इंदौर। शहर में जापानी तकनीक से बनने वाले लाइट हाउस प्रोजेक्ट (light house project) पर कोरोना के बावजूद काफी बेहतर काम किया गया. लाइट हाउस प्रोजेक्ट के मसले पर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इंदौर के अधिकारियों से चर्चा की.
प्रदेश में केंद्र सरकार ने लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए इंदौर (indore) शहर को चुना है. केंद्र सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट की आधार शिला रखी थी. जिसका भूमिपूजन और शिलान्यास 1 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से किया था.
6 राज्यों के गरीबों को सस्ते घरों का गिफ्ट ! इंदौर में बनेंगे 1 हजार मकान
जापान की तर्ज पर बनेंगे भूकंप रोधी फ्लैट्स
इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले फ्लैट्स भूकंप रोधी रहेंगे जो कि जापानी तकनीक पर आधारित होंगे. जापान में अक्सर भूंकप के झटके आते रहते हैं. इसलिए वहां यह तकनीक इजाद की गई है. यह मकान लाइट वेट होते हैं और भूंकप को आसानी से सहन कर जाते हैं. इनकी लागत भी कम आती है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब भारत में भी इसी तरीके के मकान बनाने की शुरूआत की जा रही है. इनकी खास बात ये है कि जहां निर्माण किया जाना है वहीं पर मकान के बीम, कॉलम और पैनल एक साथ लगाए जाते हैं. इन्हें कहीं भी बनाया जा सकता है और मकान की जगह पर लाकर फिट कर दिया जाता है.
प्रोजेक्ट पूरा होने में लगेगा एक साल का वक्त
बुधवार को शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की. तय किया गया है कि एक साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा. हालांकि कोविड के दौर के बाद निर्माण कार्यों में प्रशिक्षित मजदूरों की कमी देखने को मिल रही है. लेकिन निगम ने विश्वास जताया है कि जल्द ही सभी समस्याएं दूर कर ली जाएगी.