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भगवान गणेश पर होगी रिसर्च, खजराना में बना दुर्लभ संग्रहालय, शोध करने देशभर से आ सकेंगे लोग - ETV bharat News

खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) में अब गणपति जी पर रिसर्च (Research on Ganpati ji) होगी. यहां पर भगवान गणेश (Lord Ganesha) की विभिन्न मुद्राओं में मूर्ति और तरह-तरह की दुर्लभ सामग्री मौजूद है. श्री गणेश संग्रहालय समिति ने बताया कि इस संग्रहालय मे भगवान गणेश से जुड़ी हर प्रकार की चीजें रखी जाएगी. संग्रहायल शोधकर्ताओं के साथ भक्तों के लिए भी खुला रहेगा.

Research will be done on Lord Ganesha
भगवान गणेश पर होगी रिसर्च
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Published : Sep 18, 2021, 9:36 PM IST

Updated : Sep 18, 2021, 11:01 PM IST

इंदौर। प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) में भगवान गणेश की विभिन्न मुद्राओं में मूर्ति और तरह-तरह की दुर्लभ सामग्री मौजूद है. अब इन मुर्तियों और सामग्रियों पर रिसर्च भी हो सकेगी. इतना ही नहीं यहां देशभर से एकत्र किए गए गणेश जी के भित्ति चित्र, मूर्तियां, पोस्टर कार्ड समेत गीत संगीत और वाद्य यंत्र का दुर्लभ संग्रहायल बनाया जाएगा. श्री गणेश संग्रहालय समिति ने बताया कि इस संग्रहालय मे भगवान गणेश से जुड़ी हर प्रकार की चीजें रखी जाएगी. संग्रहायल शोधकर्ताओं के साथ भक्तों के लिए भी खुला रहेगा.

जीएस मिश्रा, मैनेजर, खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति

संग्रहालय में देशभर से लाई जाएगी दुर्लभ वस्तुएं

दरअसल देशभर में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जिनके पास भगवान श्री गणेश की विभिन्न मुद्राओं में मूर्ति और तरह-तरह की दुर्लभ सामग्री मौजूद है. इंदौर में ही ऐसे केंद्रों की संख्या करीब एक दर्जन है. जहां गणेश जी के हजारों चित्र, पोस्टर, ग्रीटिंग कार्ड्स, गणेश जी से संबंधित साहित्य, इतिहास पुस्तकें, गीत और वाद्य यंत्र मौजूद हैं. इसके अलावा गणेश जी से संबंधित शोध पुस्तकें और दुर्लभ भित्ति चित्र मौजूद हैं. यह सभी दुर्लभ वस्तुएं अभी देश के अलग-अलग कौनों में संग्रहित करके रखा हुआ है. इसे एकत्रित कर खजराना में लाया जाएगा. यहां पर एक संग्रहायल बनेगा जिसमें सभी दुर्लभ वस्तुएं रहेंगी.

जिला प्रशासन ने स्विकार किया प्रस्ताव

श्री गणेश संग्रहालय समिति के संयोजक श्रीनिवास कुटुंबले ने हाल ही में जिला प्रशासन को संग्रहालय के संबंध में प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव में कहा गया कि उनके पास श्री गणेश के चित्र, कार्ड, मूर्ति, पुस्तकें और अन्य संबंधित सामग्री मौजूद है. जिसे वे मंदिर को समर्पित करना चाहते हैं. इसी प्रकार संस्था की अन्य सदस्य वीणा ओझा के पास गणेश जी के लगभग एक लाख चित्र हैं. शीतल चौहान के पास मौजूद ग्रीटिंग कार्ड और चित्रों की संख्या करीब 40 हजार है.

Rare mural of Lord Ganesha
भगवान गणेश का दुर्लभ भित्त चित्र

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इसके अलावा एक अन्य मूर्तिकार श्याम खरगोनकर के पास गणेश मूर्तियों का बड़ा संग्रह है. इसी क्रम में अरविंद केसकर पुरुषोत्तम सुमन और निकिता गुप्ता भी मूर्ति निर्माता रहे हैं. जिनके पास गणेश जी की मूर्तियों का दुर्लभ संग्रह मौजूद है. सुबोध होलकर, आर्किटेक्ट प्रफुल्ल गुप्ता के पास भी गणेश जी की मूर्तियों का आकर्षक संग्रह है. यह तमाम चीजें अब तक निजी स्तर पर सहेजी जा रही थी, लेकिन देशभर से यहां आने वाले श्रद्धालुओं तक इनकी पहुंच नहीं थी. ऐसे में जिला प्रशासन ने प्रस्ताव पर स्वीकृति देते हुए पहली बार खजराना गणेश मंदिर परिसर में संग्रहालय बनाने की अनुमति दे दी है. जहां अब गणेश जी से संबंध शोध केंद्र विकसित हो सकेगा.

Rare mural of Lord Ganesha
भगवान गणेश का दुर्लभ भित्त चित्र

सबसे बड़े शुभंकर हैं गणपति, माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह में भी हुई थी गणेश की पूजा

शोध केंद्र के रूप में होगा विकसित

खजराना गणेश मंदिर स्थित संग्रहालय में गणेश जी से संबंधित विभिन्न पुस्तकें और साहित्य उपलब्ध होंगे. जिस पर शोधकर्ता शोध कर सकेंगे. इसके अलावा प्राचीन मूर्ति कला और कलात्मक धरोहर की शैलियों पर भी शोध किया जा सकेगा. संग्रहालय में मंदिर परिसर में एक गणेश प्रतिमाओं का छोटा केंद्र भी स्थापित होगा, जहां श्रद्धालुओं के लिए गणेश जी की मूर्तियां बिक्री भी की जा सकेगी.

इंदौर। प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) में भगवान गणेश की विभिन्न मुद्राओं में मूर्ति और तरह-तरह की दुर्लभ सामग्री मौजूद है. अब इन मुर्तियों और सामग्रियों पर रिसर्च भी हो सकेगी. इतना ही नहीं यहां देशभर से एकत्र किए गए गणेश जी के भित्ति चित्र, मूर्तियां, पोस्टर कार्ड समेत गीत संगीत और वाद्य यंत्र का दुर्लभ संग्रहायल बनाया जाएगा. श्री गणेश संग्रहालय समिति ने बताया कि इस संग्रहालय मे भगवान गणेश से जुड़ी हर प्रकार की चीजें रखी जाएगी. संग्रहायल शोधकर्ताओं के साथ भक्तों के लिए भी खुला रहेगा.

जीएस मिश्रा, मैनेजर, खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति

संग्रहालय में देशभर से लाई जाएगी दुर्लभ वस्तुएं

दरअसल देशभर में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जिनके पास भगवान श्री गणेश की विभिन्न मुद्राओं में मूर्ति और तरह-तरह की दुर्लभ सामग्री मौजूद है. इंदौर में ही ऐसे केंद्रों की संख्या करीब एक दर्जन है. जहां गणेश जी के हजारों चित्र, पोस्टर, ग्रीटिंग कार्ड्स, गणेश जी से संबंधित साहित्य, इतिहास पुस्तकें, गीत और वाद्य यंत्र मौजूद हैं. इसके अलावा गणेश जी से संबंधित शोध पुस्तकें और दुर्लभ भित्ति चित्र मौजूद हैं. यह सभी दुर्लभ वस्तुएं अभी देश के अलग-अलग कौनों में संग्रहित करके रखा हुआ है. इसे एकत्रित कर खजराना में लाया जाएगा. यहां पर एक संग्रहायल बनेगा जिसमें सभी दुर्लभ वस्तुएं रहेंगी.

जिला प्रशासन ने स्विकार किया प्रस्ताव

श्री गणेश संग्रहालय समिति के संयोजक श्रीनिवास कुटुंबले ने हाल ही में जिला प्रशासन को संग्रहालय के संबंध में प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव में कहा गया कि उनके पास श्री गणेश के चित्र, कार्ड, मूर्ति, पुस्तकें और अन्य संबंधित सामग्री मौजूद है. जिसे वे मंदिर को समर्पित करना चाहते हैं. इसी प्रकार संस्था की अन्य सदस्य वीणा ओझा के पास गणेश जी के लगभग एक लाख चित्र हैं. शीतल चौहान के पास मौजूद ग्रीटिंग कार्ड और चित्रों की संख्या करीब 40 हजार है.

Rare mural of Lord Ganesha
भगवान गणेश का दुर्लभ भित्त चित्र

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इसके अलावा एक अन्य मूर्तिकार श्याम खरगोनकर के पास गणेश मूर्तियों का बड़ा संग्रह है. इसी क्रम में अरविंद केसकर पुरुषोत्तम सुमन और निकिता गुप्ता भी मूर्ति निर्माता रहे हैं. जिनके पास गणेश जी की मूर्तियों का दुर्लभ संग्रह मौजूद है. सुबोध होलकर, आर्किटेक्ट प्रफुल्ल गुप्ता के पास भी गणेश जी की मूर्तियों का आकर्षक संग्रह है. यह तमाम चीजें अब तक निजी स्तर पर सहेजी जा रही थी, लेकिन देशभर से यहां आने वाले श्रद्धालुओं तक इनकी पहुंच नहीं थी. ऐसे में जिला प्रशासन ने प्रस्ताव पर स्वीकृति देते हुए पहली बार खजराना गणेश मंदिर परिसर में संग्रहालय बनाने की अनुमति दे दी है. जहां अब गणेश जी से संबंध शोध केंद्र विकसित हो सकेगा.

Rare mural of Lord Ganesha
भगवान गणेश का दुर्लभ भित्त चित्र

सबसे बड़े शुभंकर हैं गणपति, माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह में भी हुई थी गणेश की पूजा

शोध केंद्र के रूप में होगा विकसित

खजराना गणेश मंदिर स्थित संग्रहालय में गणेश जी से संबंधित विभिन्न पुस्तकें और साहित्य उपलब्ध होंगे. जिस पर शोधकर्ता शोध कर सकेंगे. इसके अलावा प्राचीन मूर्ति कला और कलात्मक धरोहर की शैलियों पर भी शोध किया जा सकेगा. संग्रहालय में मंदिर परिसर में एक गणेश प्रतिमाओं का छोटा केंद्र भी स्थापित होगा, जहां श्रद्धालुओं के लिए गणेश जी की मूर्तियां बिक्री भी की जा सकेगी.

Last Updated : Sep 18, 2021, 11:01 PM IST
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