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लॉकडाउन के बीच उद्योगों को मिल सकती है राहत, 200 से ज्यादा उद्योगों हो सकते हैं शुरू

इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सराकर के निर्देशों पर प्रदेश में भी उद्योगों को खोलने की अनुमति दी जा रही है. जिसके तहत प्राथमिकता को देखते हुए पहले चरण में कृषि और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को खोलने की मंजूरी दी जाएगी.

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उद्योगों को राहत
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Published : May 4, 2020, 11:39 AM IST

इंदौर। लंबे लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार के जारी हुए निर्देशों के तहत अब मध्यप्रदेश में सरकार औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने जा रही है. जिसके चलते इंदौर के पीथमपुर समेत पूरे अंचल में करीब 200 से ज्यादा उद्योगों को जरूरी कामों के हिसाब से शुरू किया जा सकता है. बता दें कि पहले भी सरकार ने कुछ उद्योगों को अनुमति दी थी, जिसके बाद अब उनके साथ 160 दूसरे उद्योगों को भी काम शुरू करने की अनुमति दी जा रही है, जिसमें मुख्य तौर पर अति आवश्यक सामग्री, फार्मा और दवा फैक्ट्रियां हैं.

लॉकडाउन के बीच उद्योगों को राहत

ये भी पढ़ें- आज से शुरू हुआ औद्योगिक उत्पादन, सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा खास खयाल

जानकारी के मुताबिक ऐसे उद्योग जिन्हें सीधे ऑर्डर देकर उनका माल डिस्पैच किया जा सकता है, उन्हें भी अनुमति की श्रेणी में लाया गया है. वहीं कई उद्योगों और उत्पादित माल के ट्रक जो शहरों के बाहर हैं या जो संबंधित इकाई में अनलोड हो सकते हैं उन्हें भी अनुमति दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन से लड़खड़ाई मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, मजदूरों का विश्वास जीतना बड़ी चुनौती

बता दें कि अनुमति की श्रेणी में प्राथमिकता एग्रीकल्चर आधारित उद्योगों और फूड प्रोसेसिंग को सबसे पहले प्राथमिकता दी जा रही है. इसके पहले भी जिला प्रशासन और MPDIC ने 60 उद्योगों को काम शुरू करने की इजाजत दी थी.

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि आगामी समय में नगरीय सीमा में इंडस्ट्री किस तरह खोली जाएगी. इसे लेकर औद्योगिक संगठनों से सूची मांगी गई है. सूची और प्राथमिकता के आधार पर परीक्षण के बाद पहले चरण में कृषि और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को मंजूरी देंगे, जो अपने कैंपस में श्रमिकों को रखकर काम करवा सकें.

जानें ये भी- लॉकडाउन ने तोड़ी ऑटो इंडस्ट्री की कमर, रोजाना 2,300 करोड़ का नुकसान

बता दें कि प्रदेश में 22 हजार 200 औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनमें आंशिक तौर पर 250 औद्योगिक इकाइयों में 20 अप्रैल से काम शुरू करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया था. हालांकि अधिकांश इकाइयां मजदूरों की कमी और दूसरे संसाधनों की पूर्ति नहीं हो पाने के कारण शुरू नहीं हो सकी हैं. अब इंदौर में आवश्यकता के अनुसार चुनिंदा इकाइयों को निर्माण उत्पादन शुरू करने की अनुमति जारी की जा रही हैं.

इंदौर। लंबे लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार के जारी हुए निर्देशों के तहत अब मध्यप्रदेश में सरकार औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने जा रही है. जिसके चलते इंदौर के पीथमपुर समेत पूरे अंचल में करीब 200 से ज्यादा उद्योगों को जरूरी कामों के हिसाब से शुरू किया जा सकता है. बता दें कि पहले भी सरकार ने कुछ उद्योगों को अनुमति दी थी, जिसके बाद अब उनके साथ 160 दूसरे उद्योगों को भी काम शुरू करने की अनुमति दी जा रही है, जिसमें मुख्य तौर पर अति आवश्यक सामग्री, फार्मा और दवा फैक्ट्रियां हैं.

लॉकडाउन के बीच उद्योगों को राहत

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जानकारी के मुताबिक ऐसे उद्योग जिन्हें सीधे ऑर्डर देकर उनका माल डिस्पैच किया जा सकता है, उन्हें भी अनुमति की श्रेणी में लाया गया है. वहीं कई उद्योगों और उत्पादित माल के ट्रक जो शहरों के बाहर हैं या जो संबंधित इकाई में अनलोड हो सकते हैं उन्हें भी अनुमति दी जा रही है.

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बता दें कि अनुमति की श्रेणी में प्राथमिकता एग्रीकल्चर आधारित उद्योगों और फूड प्रोसेसिंग को सबसे पहले प्राथमिकता दी जा रही है. इसके पहले भी जिला प्रशासन और MPDIC ने 60 उद्योगों को काम शुरू करने की इजाजत दी थी.

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि आगामी समय में नगरीय सीमा में इंडस्ट्री किस तरह खोली जाएगी. इसे लेकर औद्योगिक संगठनों से सूची मांगी गई है. सूची और प्राथमिकता के आधार पर परीक्षण के बाद पहले चरण में कृषि और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को मंजूरी देंगे, जो अपने कैंपस में श्रमिकों को रखकर काम करवा सकें.

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बता दें कि प्रदेश में 22 हजार 200 औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनमें आंशिक तौर पर 250 औद्योगिक इकाइयों में 20 अप्रैल से काम शुरू करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया था. हालांकि अधिकांश इकाइयां मजदूरों की कमी और दूसरे संसाधनों की पूर्ति नहीं हो पाने के कारण शुरू नहीं हो सकी हैं. अब इंदौर में आवश्यकता के अनुसार चुनिंदा इकाइयों को निर्माण उत्पादन शुरू करने की अनुमति जारी की जा रही हैं.

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