इंदौर। जिला पुलिस धोखाधड़ी के मामले में एडवाइजरी फर्म पर लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में इंदौर में इस पूरे रैकेट में जहां पुलिस एडवाइजरी फर्मों पर कार्रवाई करते हुए उनके संचालकों पर शिकंजा कस रही है, वहीं एक गिरोह के सदस्यों द्वारा अधिकारियों के नाम पर वसूली करने का भी मामला भी सामने आया है. ऐसे ही एक मामले की शिकायत एक एडवाइजरी कम्पनी के संचालक ने एसएसपी को की है. जिस पर एसएसपी ने जांच की बात कही है.
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि पुलिस लगातार एडवाइजरी फर्म पर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने बताया कि इंदौर में चल रही एडवाइजरी कंपनियों को दो श्रेणियों में रखा गया है, जिनमें कुछ सेबी से रजिस्टर्ड हैं और कुछ रजिस्टर्ड ही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जो कंपनियां रजिस्टर्ड हैं उनकी बैठक ली गई है, जिसमें सेबी के अधिकारी भी मौजूद थे. एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया कि बैठक में सेबी अधिकारियों द्वारा रजिस्टर्ड कंपनियों के संचालकों को सेबी के दिशा-निर्देश की जानकारी दी गई. वहीं एससपी रुचिवर्धन ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है
एसएसपी ने बताया कि सेबी के मुताबिक इन्वेस्टमेंट कंपनी अलग होती है और एडवाइजरी कंपनी अलग होती है. उन्होंने बताया कि एडवाइजरी कंपनी ग्राहक से कोई इन्वेस्टमेंट की डिमांड नहीं कर सकती है, वो सिर्फ एडवाइजरी फीस ले सकती है ना कि निवेश करने के लिए जोर जबरदस्ती कर सकती है. उन्होंने कहा कि अगर इन नियमों का उल्लंघन होता है तो ग्राहक इनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा सकता है, जिसके बाद इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.