इंदौर। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से व्यापार बंद पड़ है. रोज कमाने खाने वालों के सामने अब रोजी का संकट छाने लगाा है. इंदौर में कई लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोगों की सहायता के लिए बलाई समाज आगे आया है. समाज की तरफ से लगातार राशन वितरण किया जा रहा है ताकि कोई भूखा पेट न सोए. इंदौर शहर के गोपुर चौराहे पर राशन का वितरण किया जा रहा है. जहां सुबह से राशन लेने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं. तेज धूप में खुले आसमान के नीचे यह महिलाएं राशन के लिए यहां आती हैं, ताकि रात को उनके बच्चे भूखे न सोये. मातृ दिवस पर जब मां का आंचल जब राशन के लिए फैलता देखा गया तो हर किसी का दिल पसीज गया.
बच्चों के लिए मां कर रही जतन
महामारी के इस कठिन दौर में महिलाएं अलग-अलग तरह से जतन कर रही हैं. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं राशन की जद्दोजहद में लगी रहती हैं. बच्चों का पेट भरने के लिए सुबह से ही गोपुर चौराहे पर महिलाएं पहुंच जाती हैं. यहां पर जो राशन मिलता है उसे लेकर वह फिर अपने घर चली जाती हैं. मजबूर हालातों में जैसे-तैसे करके ये महिलाएं अपने बच्चों और परिवार का पेट भर रहीं हैं. इनका कहना है कि महामारी के कारण घर के जो पुरुष सदस्य हैं उनकी नौकरी चली गई. जिस वजह से वह दाने-दाने को मोहताज हैं.
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'मां से मिली मदद करने की प्रेरणा'
बलाई समाज लगातार गरीब लोगों की राशन बांटकर मदद कर रहा है. बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार ने बताया कि जरूरतमंदों की मदद के लिए उन्हें प्रेरणा भी अपनी मां से मिली है. जिसके बाद वह पिछले साल से लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं. मनोज परमार ने बताया कि उनका बैकग्राउंड किसी जमाने में आपराधिक हुआ करता था, लेकिन मां की समझाइश के बाद ही वह मुख्यधारा से जुड़े. बता दें. कोरोना की पहली लहर के समय से ही बलाई समाज की तरफ से जरूरतमंदों की मदद की जा रही है. समाज की तरफ से रोजाना 500 पैकेट राशन के बांटे जा रहे हैं.