इंदौर. भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन 30 अगस्त को पूरे देशभर में धूमधाम से मनाया जाएगा. लोगों ने इसको लेकर तैयारियां शुरु कर दी हैं. इस मौके पर इंदौर में सबसे बड़ी राखी तैयार की जा रही है. ये राखी 12 फीट बाय 12 फीट की होगी. जिसे खजराना गणेश भगवान को चढ़ाई जाएगी।
क्या रहेगा राखी में खास: श्री गणेश भक्त समिति के संस्थापक राजेश बेलकर और राहुल शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन जनताकी सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य के लिए एक विशाल राखी तैयार की जा रही है. 30 अगस्त को तय मुहूर्त रात्रि 9:10 पर राखी खजाराना गणेश जी को समर्पित की जाएगी. राखी निर्माण में 4 से 5 दिन का समय लगेगा. इसमें 15 कलाकर राखी का निर्माण करेंगे. राखी का साइज 12x12=144 स्कायर फीट है. इसमें गोल आकृति की प्लाई, थर्माकोल, गणेश जी की पूजना सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. साथ ही 191 मीटर लंबा मोटा रेशा वैदिक पद्धति और मंत्र उचार के साथ गणेश जी को समर्पित की जाएगी।
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राजेश बेलकर ने बताया, पूर्व में भी इंदौर में 11x11=121 स्कावयर फीट का रिकॉर्ड हमने बनाया था. उस रिकॉर्ड को इस बार हम तोड़ रहे हैं. इस राखी को जन्माष्टमी तक भक्तों के दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसमें वे अपनी राखी लाकर बांध सकते हैं। राखी बांधने वाले लोगों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. इस मौके पर शहर के साधू, सन्त, ब्राम्हण, समाजसेवी, एनजीओ शामिल होगें।
इस सामग्री से बनेगी राखी: इस विशाल राखी को बनाने के लिए 5 चीजों का उपयोग किया जाएगा. इनमें दुर्वा(घास), अक्षत(चावल), केसर, चंदन और सरसों के दाने का उपयोग किया जाएगा. इन सभी चीजों के वैदिक मंत्रों में काफी महत्व है. दूर्वा भाई का वंश और उसमें सदगुणों के विकास का प्रतीक है. अक्षत से गुरु देव के प्रति श्रद्धा बनी रहे. केसर से आध्यात्मिकता का विकास हो. चन्दन शीतलता का प्रतीक है. मानसिक तनाव न हो. सरसों से समाज के दुर्गुणों को समाप्त करने का प्रतीक है.