इंदौर। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा दिए गए बयान से भड़की कांग्रेस ने आज सार्वजनिक तौर पर जयशंकर के बयान का खंडन किया है. केंद्र सरकार के आरक्षण विरोधी रुख पर चर्चा करने इंदौर पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने बताया कि जयशंकर द्वारा दिया गया यह बयान कोरा झूठ है.
राजीव शुक्ला ने कहा कि जयशंकर ने अपने बयान में बताया है कि 1947 कि कैबिनेट में जवाहरलाल नेहरू सरदार पटेल को नहीं चाहते थे. हालांकि इस बात को इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने लिखित तथ्य प्रस्तुत कर विदेश मंत्री को आइना दिखा दिया है. केंद्र के आरक्षण विरोधी रुख का जिक्र करते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों और अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों से उनका संवैधानिक हक भी छीन लेना चाहती है. उन्होंने कहा मोदी सरकार देश की आर्थिक स्थिति संभालने में नाकाम रही है. इसीलिए हर सेक्टर आर्थिक मंदी से जूझ रहा है.
राजीव शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने जब भी अर्थशास्त्रियों की मदद की पेशकश की हमने की, लेकिन मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था के मामले में मदद लेने से भी मना कर दिया. उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस की करारी हार पर सफाई देते हुए कहा दिल्ली की जनता हर कीमत पर भाजपा को हराना चाहती थी. कांग्रेस को वोट देने पर वोट शेयर होने की आशंका में जनता ने कांग्रेस को भी वोट नहीं दिया. नतीजतन कांग्रेस की हार हुई. हालांकि अब हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है.
राजीव शुक्ला ने ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा वचन पत्र और कमलनाथ सरकार पर दिए गए बयान को स्थानीय मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया.