इंदौर। इंदौर की राउ पुलिस ने पिछले दिनों एडवाइजरी कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस मामले में अभी तक 10 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी पूजा थापा कार्रवाई के दौरान शहर से बाहर थी, जिसके कारण पुलिस उसको पकड़ नहीं पाई. पुलिस ने उसकी विजय नगर क्षेत्र में मौजूद फर्जी कंपनी पर दबिश दी. दबिश के बाद अहम जानकारियां मिली हैं. वहीं छापे के दौरान ऑफिस से बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए हैं.
400 लोगों को ठगा है : तकरीबन 400 लोगों से ठगी करने के मामले में पिछले दिनों एक बड़ी कार्रवाई राउ पुलिस ने की थी. कार्रवाई के दौरान लाखों रुपए और 10 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. मुख्य आरोपी पूजा थापा पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान इस बात की जानकारी लगी की पूजा थापा का विजय नगर क्षेत्र स्थित बिल्डिंग में इन्फिटी के नाम से एक ऑफिस है. पुलिस ने शनिवार को उसी ऑफिस पर दबिश दी और बड़ी मात्रा में विभिन्न तरह के दस्तावेज जब्त किए. वहीं कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में पुलिस ने कम्प्यूटर जब्त किये हैं. पुलिस ने ऑफिस में कम्यूटर के साथ ही सिम भी बरामद की है.
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विभिन्न तरह के एग्रीमेंट जब्त : छापे में विभिन्न तरह के एग्रीमेंट और एक डायरी पुलिस ने बरामद की है. संभवतः इस डायरी में उन लोगो की जानकारी हो सकती है, जिनसे इन लोगों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया. जिस विजय नगर क्षेत्र की बिल्डिंग में इन्फिटी के नाम से ऑफिस संचालित होता था वह पूजा थापा संचालित करती थी. आईटी कंपनी के नाम पर ऑफिस विकास जायसवाल, विशाल भट्ट ने किराए पर लिया था, जिसका किराए 32 हजार रुपये प्रति महीना था. आरोपी पूजा थापा का भाई अंकित थापा उसी के साथ रहता था और एक निजी कंपनी में मात्र 10000 की नौकरी करता है. वहीं पुलिस उसे भी पकड़ कर पूजा थापा के ऑफिस गई. पूजा थापा के भाई का कहना है कि वह क्या काम करती थी, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है.
(Raid on the office of Pooja Thapa) (Cheated 400 people by fake company)