इंदौर। कोरोना के चलते लॉकडाउन घोषित किया गया था, जिसके चलते सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे. वहीं अब अनलॉक-01 के दौरान स्कूल द्वारा बच्चों को ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है. स्कूलों द्वारा लगातार परिजनों को फीस भरने के लिए भी नोटिस दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शहर के विभिन्न स्कूलों के बाहर परिजनों द्वारा लगातार स्कूल फीस को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. अब इस पूरे मामले को लेकर परिजनों द्वारा कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया है.
शहर में अभिभावक 'नो स्कूल नो फीस' को लेकर अभियान चला रहे हैं. जिसके तहत सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के परिजन एकजुट होकर इस अभियान का समर्थन कर रहे हैं. कुछ परिजनों द्वारा पूरे मामले को लेकर कोर्ट का भी रुख किया गया है, जिस पर आने वाले समय में सुनवाई होने वाली है.
शहर के जागो पालक संघ के सदस्य सचिन शर्मा के अनुसार स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों की लॉकडाउन के चलते आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसकी वजह से मांग की जा रही है कि जिस समय स्कूल नहीं लगा है, उसकी फीस की वसूली बच्चों के परिजनों से नहीं की जानी चाहिए. उन्हें फीस की रियायत दी जानी चाहिए.
परिजनों द्वारा विरोध को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. वहीं आने वाले दिनों में प्रशासन से परमिशन लेकर जगह-जगह प्रदर्शन करने की अनुमति की बात कही जा रही है. इसके अलावा काली पट्टी बांधकर भी स्कूलों के खिलाफ विरोध करने की बात कही गई है.