इंदौर। भारत में पेट्रोल डीजल के बाद अब खाद्य तेल भी महंगाई के शिखर पर हैं. मध्यप्रदेश में ही आलम यह है कि मूंगफली सोयाबीन समेत पाम तेल की कीमतें 128 से 130 रुपए लीटर तक पहुंच गए हैं. लिहाजा बीते 9 महीने में कई प्रकार के तेलों के दाम 55 से 60रुपए तक बढ़ गए हैं. वहीं तेल उत्पादक देशों ने तेलों के दाम 15% तक बढ़ा दिए हैं. लिहाजा पहले से ही महंगाई की मार झेलते लोगों पर खाद्य तेल की महंगाई का बोझ बढ़ गया है.
दरअसल मध्यप्रदेश में फिलहाल विभिन्न प्रकार का खाद्य तेल 128 से 130 रुपए लीटर बिक रहा है. जबकि पिछले साल तेलों की कीमत 80 से 50रुपए लीटर थी. जिसमें प्रति लीटर 55 से 60रुपए तक की बढ़ोतरी हो चुकी है. तेल व्यापारियों की मानें तो दाम बढ़ने के बावजूद भी बाजारों में तेल की कमी बनी हुई है. इसके अलावा सोयाबीन तेल में भी डिमांड बढ़ी हुई है. जिसके कारण तेल के दामों में उछाल आ रहा है.
बताया जा रहा है कि तेल उत्पादक देश अर्जेंटीना और इंडोनेशिया में जारी तेल उत्पादक कंपनियों की हड़ताल का असर भी भारतीय रेल बाजारों पर पड़ा है. इसके अलावा भारत में सोयाबीन की फसल खराब होने से सोयाबीन तेल की मांग बढ़ गई है. बताया जाता है कि सोयाबीन की फसल के इस सीजन में 40 लाख मैट्रिक टन फसल खराब होने के कारण सोयाबीन तेल के दाम बढ़ गए हैं. इसके अलावा तेल उत्पादक देशों ने भी तेलों पर ड्यूटी बढ़ा दी है. इसके अलावा विदेशों से आयात संतुलन बिगड़ने के कारण भी तेलों पर महंगाई का असर देखा जा रहा है. इधर उम्मीद थी कि बजट में तेलों पर लगी ड्यूटी में राहत मिल सकती है. लेकिन बजट में भी कोई राहत नहीं मिल सकी है जिसका असर अब ग्राहकों की जेब पर पढ़ रहा है.