इंदौर। प्रदेश की आंगनबाड़ियों में कुपोषित बच्चों को पोषण देने के लिए एक बार फिर अंडा बांटने का मामला गरमा रहा है. हाल ही में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी के बयान के बाद बीजेपी बयान को लेकर पशोपेश में है, हालांकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि सिंधिया के मंत्रियों की वजह से अब शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए अंडे का फंडा सीखना पड़ेगा.
कमलनाथ सरकार में आंगनबाड़ियों में अंडा बांटने के प्रस्ताव पर भारी विरोध करने वाली बीजेपी अब अपनी ही सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के अंडे संबंधी बयान को लेकर फैसला नहीं कर पा रही है. हाल ही में इमरती देवी ने बयान दिया है कि प्रदेश की आंगनबाड़ियों में पोषाहार के तौर पर अंडा बांटा जाएगा, हालांकि यह उन्हीं बच्चों को दिया जाएगा, जो बच्चे और उनके परिजन अंडे का सेवन करते हैं. बाकी बच्चों को फल बांटे जाएंगे. इधर इमरती देवी के इस बयान के बाद कांग्रेस ने फिर सिंधिया खेमे के मंत्रियों की बयानबाजी को लेकर शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है.
कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव का कहना है कि जो मंत्री खरीद-फरोख्त के बाद बीजेपी में शामिल हुए हैं, वे अपने आर्थिक हित साधने के लिए बीजेपी संगठन और मुख्यमंत्री की परवाह करने को भी तैयार नहीं है. उन्होंने कहा सिंधिया खेमे की बीजेपी में इस तरह की मनमानी जारी रही तो भविष्य में मुख्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे और शिवराज सिंह चौहान के पास अंडे छीलने का ही काम रह जाएगा.
लिहाजा सीएम को सिंधिया खेमे के मंत्रियों का अंडे का फंडा अभी से समझ लेना चाहिए. इधर कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा की कांग्रेस की जमीन खिसक गई है, जिस वजह से इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं. पार्टी का कहना है कि फिलहाल इस मामले में कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है, इस मामले में नीतिगत फैसला सरकार के स्तर पर होगा.