इंदौर। विजय नगर पुलिस ने पिछले दिनों जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था. आरोपी पुनीत ने कोर्ट में पेशी के दौरान प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर से इंजेक्शन खरीदने की बात का खुलासा किया था, जिसके बाद पुलिस आरोपी पुनीत से सख्ती से पूछताछ कर रही है. मामले में पुलिस ने बताया कि आरोपी हमेशा बचने की कोशिश करता है. वह अपने गुनाह दूसरे पर थोपता है, लेकिन पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
आरोपी पुनीत अग्रवाल गिरफ्तार
आरोपी पुनीत अग्रवाल ने जिस तरह से मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर गोविंद राजपूत के नाम का जिक्र किया है. इसके बाद पुलिस आरोपी पुनीत अग्रवाल और गोविंद राजपूत की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है. आरोपी पुनीत अग्रवाल ने बताया कि वह तो लोगों की सेवा में जुटा हुआ था. सेवा के उद्देश्य से ही उसने जरूरतमंदों की मदद भी की. पुलिस मामले में जांच कर रही है कि उसने अभी तक किन लोगों की मदद की है और उन लोगों से कितने रुपए लिए हैं. पुलिस का मानना है कि आरोपी को जिस तरह से इंजेक्शन को 15,000 में बेचने की नियत से गिरफ्तार किया था, तो निश्चित तौर पर उसने अन्य लोगों को भी इसी तरह से ठगा होगा.
मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर का नाम आया सामने
आरोपी पुनीत अग्रवाल ने मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर से इंजेक्शन खरीदने के बाद कोर्ट पेशी के दौरान मीडिया के सामने कही थी. मामले से संबंधित एक वीडियो भी बनाया गया था, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. फिलहाल, वीडियो वायरल होने के बाद मामले में कोर्ट पेशी के दौरान पुनीत अग्रवाल के साथ जो पुलिसकर्मी थे उनपर पुलिस पर आला अधिकारियों ने कार्रवाई की है. ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड सैनिक और पुलिस जवान पर भी पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई की है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने से पहले ही गिरफ्तार हुआ आरोपी युवक
आरोपी पुनीत का बीजेपी नेताओं से संपर्क
आरोपी पुनीत अग्रवाल के कई बीजेपी नेताओं से संपर्क की बात भी सामने आई है. सोशल मीडिया पर भी उसके कई बीजेपी नेताओं के साथ फोटो मौजूद है. यह भी बताया जा रहा है कि पुनीत अग्रवाल आरएसएस का कार्यकर्ता भी रह चुका है. फिलहाल, पूरे ही मामले में पुलिस जांच पड़ताल की बात कर रही है.
इम्पेक्ट कंपनी के ड्राइवर से भी पूछताछ
मामले में यह बात भी सामने आई है कि इंपैक्ट कंपनी के द्वारा ही स्वास्थ विभाग सहित अन्य जगह पर गाड़ियां लगाई गई हैं और उन्हीं के द्वारा ड्राइवरों की भी पोस्टिंग की जाती रही है. वहीं, इंपैक्ट कंपनी के द्वारा कुछ-कुछ समय में ड्राइवरों को बदला भी जाता है. फिलहाल, आने वाले समय में पुलिस कंपनी के ड्राइवर के बारे में भी जानकारी जुटा सकती है.