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रेमडेसिविर मामले में हो सकती हैं और गिरफ्तारियां, 19 लोगों पर पुलिस की पैनी नजर

पुलिस रेमडेसिविर के मामले में पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ करने में जुटी है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं.

रेमडेसिविर केस
रेमडेसिविर केस
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Published : May 19, 2021, 11:09 AM IST

Updated : May 19, 2021, 11:37 AM IST

इंदौर। पुलिस रेमडेसिविर के मामले में पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ करने में जुटी है. इसी कड़ी में एक टीम गुजरात भी गई है और मुख्य आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. इस दौरान यह भी जानकारी लगी है कि आरोपियों के द्वारा अलग-अलग तरह से लोगों को निशाना बनाते हुए इंजेक्शन खपाए गए हैं. वहीं, अब पुलिस ने इस पूरे मामले में और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है.

रेमडेसिविर मामला

6 आरोपी गिरफ्तार
दरअसल, विजय नगर पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों में सुमित गर्ग उसका भाई कविश गर्ग के साथ ही मोहम्मद जावेद, अंकित, केशव और वैभव त्रिपाठी शामिल हैं. पुछताछ में पता चला कि आरोपी वैभव एमबीए की पढ़ाई कर रहा था और सुमित, केशव और कविश आपस में रिश्तेदार हैं. वह व्यापारी भी हैं. सुमित की गाड़ी जावेद चलाता है. सुमित को इंजेक्शन की जरूरत थी तब अंकित ने उसे वैभव से मिलवाया. सोशल मीडिया के जरिए वैभव का संपर्क सुनील मिश्रा से हुआ उसे 45 इंजेक्शन सुमित को दिलवाई. पुलिस ने उनकी तलाश की इसी बीच एसटीएफ ने सुनील को उसके कॉल डिटेल से पकड़ लिया.

19 लोगों को पुलिस ने किया चिह्नित
एसटीएफ और पुलिस ने सुनील मिश्रा की कॉल डिटेल के आधार पर शहर के 19 लोगों को चिन्हित किया है. पुलिस इनकी लोकेशन खंगालने में जुटी हुई है. लेकिन पकड़े जाने के डर से इन्होंने अपने फोन बंद कर लिए हैं. जिसके कारण पुलिस इन आरोपियों तक पहुंच नहीं पा रही है. दरअसल, पुलिस ने 6 आरोपियों को ग्राहक बनकर गिरफ्तार किया था. आरोपियों से नकली इंजेक्शन खरीदने वाले लोग भी अब अपनी शिकायत थाने में दर्ज करा रहे है.


32 आरोपियों पर लगी रासुका
आईजी का कहना है कि जिले में जिस तरह से इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की गई. इस मामले में अब तक 32 आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई की गई. वहीं जिले में अभी तक 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

ब्लैक फंगस की दवाइयों की कालाबाजरी करनें वालों पर निगाह
फिलहाल, पुलिस ब्लैक फंगस दवाइयों की कालाबाजारी करने वालों की भी धरपकड़ में जुटी हुई है. पुलिस ने विभिन्न जगहों पर सिविल ड्रेस में मोर्चा भी संभाल लिया है. जल्द ही इस पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.

कोरोना कर्फ्यू में भी खूब चल रहा शराब का गोरखधंधा, पुलिस ने 2 आरोपी को पकड़ा

गुजरात में जुटी पूछताछ में पुलिस
बता दें, इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा, पुनीत शाह और कौशल बोरा गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गुजरात के मोरबी थाने के साथ ही इनपर सूरत के एक थाने में भी मामला दर्ज है. अभी तक मोरबी पुलिस लगातार उनसे पूछताछ कर रही थी, वहीं, अब सूरत के एक थाने में उनसे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं.

इंदौर। पुलिस रेमडेसिविर के मामले में पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ करने में जुटी है. इसी कड़ी में एक टीम गुजरात भी गई है और मुख्य आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. इस दौरान यह भी जानकारी लगी है कि आरोपियों के द्वारा अलग-अलग तरह से लोगों को निशाना बनाते हुए इंजेक्शन खपाए गए हैं. वहीं, अब पुलिस ने इस पूरे मामले में और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है.

रेमडेसिविर मामला

6 आरोपी गिरफ्तार
दरअसल, विजय नगर पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों में सुमित गर्ग उसका भाई कविश गर्ग के साथ ही मोहम्मद जावेद, अंकित, केशव और वैभव त्रिपाठी शामिल हैं. पुछताछ में पता चला कि आरोपी वैभव एमबीए की पढ़ाई कर रहा था और सुमित, केशव और कविश आपस में रिश्तेदार हैं. वह व्यापारी भी हैं. सुमित की गाड़ी जावेद चलाता है. सुमित को इंजेक्शन की जरूरत थी तब अंकित ने उसे वैभव से मिलवाया. सोशल मीडिया के जरिए वैभव का संपर्क सुनील मिश्रा से हुआ उसे 45 इंजेक्शन सुमित को दिलवाई. पुलिस ने उनकी तलाश की इसी बीच एसटीएफ ने सुनील को उसके कॉल डिटेल से पकड़ लिया.

19 लोगों को पुलिस ने किया चिह्नित
एसटीएफ और पुलिस ने सुनील मिश्रा की कॉल डिटेल के आधार पर शहर के 19 लोगों को चिन्हित किया है. पुलिस इनकी लोकेशन खंगालने में जुटी हुई है. लेकिन पकड़े जाने के डर से इन्होंने अपने फोन बंद कर लिए हैं. जिसके कारण पुलिस इन आरोपियों तक पहुंच नहीं पा रही है. दरअसल, पुलिस ने 6 आरोपियों को ग्राहक बनकर गिरफ्तार किया था. आरोपियों से नकली इंजेक्शन खरीदने वाले लोग भी अब अपनी शिकायत थाने में दर्ज करा रहे है.


32 आरोपियों पर लगी रासुका
आईजी का कहना है कि जिले में जिस तरह से इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की गई. इस मामले में अब तक 32 आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई की गई. वहीं जिले में अभी तक 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

ब्लैक फंगस की दवाइयों की कालाबाजरी करनें वालों पर निगाह
फिलहाल, पुलिस ब्लैक फंगस दवाइयों की कालाबाजारी करने वालों की भी धरपकड़ में जुटी हुई है. पुलिस ने विभिन्न जगहों पर सिविल ड्रेस में मोर्चा भी संभाल लिया है. जल्द ही इस पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.

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गुजरात में जुटी पूछताछ में पुलिस
बता दें, इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा, पुनीत शाह और कौशल बोरा गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गुजरात के मोरबी थाने के साथ ही इनपर सूरत के एक थाने में भी मामला दर्ज है. अभी तक मोरबी पुलिस लगातार उनसे पूछताछ कर रही थी, वहीं, अब सूरत के एक थाने में उनसे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं.

Last Updated : May 19, 2021, 11:37 AM IST
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