इंदौर। मध्यप्रदेश के हनीट्रैप मामले के आरोपी जीतू सोनी को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल करवाने के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान एक बस पुलिसकर्मी उसकी सुरक्षा में तैनात रहे. जीतू सोनी को कोर्ट में पेश करते वक्त ही उसने खुद को प्रताड़ित करने की आशंका जाहिर की थी. इस पर न्यायालय ने प्रतिदिन मेडिकल कारने का आदेश दिया था. लिहाजा पुलिस अधियकारियों को रिमांड के दौरान प्रतिदिन जीतू सोनी का मेडिकल करवाना आवश्यक है.
सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने जीतू सोनी को न हथकड़ी लगाई और न ही उसे अपराधियों की तरह पकड़ कर ले गए. बीते दिन जब एक आरक्षक ने जीतू सोनी को पकड़ा था. उस समय उसने जोर से आरक्षक का हाथ झटक दिया था. इससे साफ है कि अभी भी जीतू सोनी पुलिसकर्मियों के साथ सहजता से पेश नहीं आता है.
फिलहाल जीतू सोनी पहले भी अपने रसूख के चलते पुलिस की कार्रवाई से बच जाता था. पूछताछ के दौरान भी जीतू सोनी पुलिस को किसी तरह की कोई मदद नहीं कर रहा है. अब दो दिन ही रिमांड के शेष हैं. हनीट्रैप मामले में आरोपी जीतू सोनी को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुजरात से गिरफ्तार किया था. 4 दिन पहले ही जीतू सोनी के भाई महेंद्र सोनी को भी पुलिस ने पकड़ा था. प्रदेश में हुए हनीट्रैप मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने 56 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की है, जिनमें जीतू सोनी के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई थी.