इंदौर। शहर में पिछले दिनों विभिन्न थाना क्षेत्रों में पांच चेन लूट की वारदात सामने आई थी. लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को जूनी इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी भोपाल के ईरानी गैंग से जुड़े हुए हैं, जो इंदौर में लूटपाट की नियत से आए थे.
- सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी
इंदौर शहर में तकरीबन 7 दिन पहले जूनी इंदौर द्वारकापुरी, भंवर कुआं, तिलक नगर और लसूडिया में चेन लूट की वारदात सामने आई थी. आरोपी जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में लूट की वारदात को अंजाम देते समय सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए. पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक अलग से टीम का गठन किया. इसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. पुलिस ने भोपाल के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से लूटी हुई चेन भी बरामद कर ली.
- पकड़े गए आरोपी ईरानी गेंग के सदस्य
पुलिस ने इस मामले में भोपाल के हसन अली और अब्बास अली को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी भोपाल के ईरानी डेरा में रहते थे. इंदौर में लूटपाट की नियत से आए हुए थे. आरोपियों ने इंदौर शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया.
- ऐसे पकड़ाएं आरोपी
इस पूरे ही मामले में पुलिस ने काफी टेक्निकल तरीके से आरोपियों की तलाश की. जिस तरह से आरोपियों ने इंदौर के द्वारकापुरी से चेन लूट की वारदात को अंजाम दिया. उसके बाद उन्होंने उसी क्षेत्र में जूनी इंदौर, भंवरकुआं, तिलक नगर और लसूड़िया में वारदात को अंजाम दिया. आरोपी बाईपास के से देवास होते हुए भोपाल की ओर निकल गए. पुलिस ने पहले लूटपाट की घटनाओं को जोड़ा उसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की गाड़ी को ट्रेस किया. जब पुलिस को अनुमान हो गया कि बदमाश भोपाल की ओर से जाने वाली जगहों पर ही घटना को अंजाम दिया है, तो पुलिस की टीम बदमाशों को पकड़ने के लिए भोपाल में तैनात की गई. टीम के साथ सीएसपी दो दिनों तक भोपाल में ही रहे. इसके बाद मुखबिरों के माध्यम से पुलिस आरोपियों तक पहुंची.
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- नकली पुलिस बनकर आपराध
इंदौर शहर में ईरानी गैंग नकली पुलिस बनकर लूटपाट और ठगी की वारदातों को अंजाम देती है. पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूर्व में हुई घटनाओं के बारे में भी पूछताछ करेगी. पुलिस का अनुमान है कि दोनों ही आरोपी पुलिस को कई तरह की जानकारी उपलब्ध करवा सकती हैं.
- जेल से छूटने के बाद की लूट
पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनमें से एक आरोपी तकरीबन 5 सालों तक जेल में बंद था. लेकिन जेल से छूटने के बाद फिर से उसने वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया.