ETV Bharat / state

पुलिस की गिरफ्त में ठग, ई-कामर्स वेबसाइट से करते थे ठगी - इंदौर वसीम आरोपी

ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए से लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है.पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

Police arrested accused for cheating through e-commerce website
साइबर क्राइम
author img

By

Published : Jan 28, 2021, 4:35 PM IST

Updated : Jan 28, 2021, 6:23 PM IST

इंदौर। ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए से लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी अमेजॉन, फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन पेमेंट कर महंगे मोबाइल मंगवाते थे और उसमें नकली फोन रखकर वापस कर देते थे. फोन वापस करने पर ई-कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से अपना पैसा रिफंड भी मंगवा लेते थे. इस तरह से उन्होंने अब तक कई धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया.

इंदौर क्राइम ब्रांच को पिछले दिनों एक ही आईएमआई नंबर के कई मोबाइल संचालित होने की शिकायत मिली थी. पुलिस ने मामले में बारीकी से जांच पड़ताल की और उसके बाद फरियादी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी वसीम इंदौर की डॉलर मार्केट में इस तरह से काम करता था. आरोपी को जब हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो उसने एक के बाद एक कई राज उगले. जिसके बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर बड़ी संख्या में डमी मोबाइल पीस जब्त किए हैं.

ठग गिरफ्तार

इस तरह से आरोपी करता ठगी

वसीम ने पुलिस को बताया कि वह अमेजॉन फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऑनलाइन महंगे फोन खरीदता है, उसमें पेमेंट ऑनलाइन कर देता था. जब असली मोबाइल फोन डिलीवरी हो जाता था तो आरोपी डिलीवरी बॉक्स में से असली महंगा मोबाइल निकालकर उसके जैसा नकली या फर्स्ट कॉपी या चाइना मेड नकली मोबाइल फोन पेककर इकॉमर्स वेबसाइट पर वापस कर देता था, कि वह फोन नकली डिलीवरी हुआ है. इसलिए नहीं खरीदना है. जबकि वापस नकली मोबाइल फोन पैकिंग करते वक्त आरोपी वसीम उस नकली फोन पर धोखाधड़ी पूर्वक वही आईएमआई सॉफ्टवेयर की मदद से चढ़ा देता था, जो असली मोबाइल फोन पर लिख कर आया होता था.

12वीं तक पढ़ा है आरोपी वसीम

वसीम बारहवीं तक पढ़ा हुआ है. वह मूल रूप से कोटा के राजस्थान का रहने वाला है. लेकिन पिछले काफी सालों से इंदौर में रहकर ही मोबाइल से संबंधित काम कर रहा है. पहले वह मोबाइल की दुकान पर काम करता था, लेकिन इस दौरान उसकी जान-पहचान कई मोबाइल दुकान के संचालकों से हो गई. इस तरह से उसने फिर इस काम को करने की योजना बनाई. इसके बाद कई कंपनियों के मोबाइल हैंडसेट का प्रयोग कर दूसरे व्यक्तियों के नाम की फर्जी सिमों का उपयोग कर अमेजॉन फ्लिपकार्ट पर ऑनलाइन महंगे मोबाइल खरीदने के लिए फर्जी आईडी बनाई.

कई बार कम्पनी दूसरा मोबाइल भेजती थी

कई बार आरोपी को कंपनी ने रिफंड की जगह दूसरा मोबाइल भी बेचा है तो कई बार कंपनी रिफंड पेमेंट कर देती थी, लेकिन आरोपी इस मामले में कई मोबाइल कंपनियों से महंगे मोबाइल खरीद लेता था और उन्हें रिफंड के नाम पर डमी वापस कर देता था. फ़िलहाल पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस ने शुरुआती तौर पर दो मोबाइल, उसके खुद के तीन मोबाइल, नकली चाइना मेड, तीन मोबाइल फोन फर्स्ट कॉपी विभिन्न कंपनियों की जब्त किया है.

दिल्ली मुबई और अन्य राज्यो आये कनेक्शन

जिस आरोपी वसीम को पुलिस ने पकड़ा है उसके मुंबई दिल्ली सहित अन्य राज्यों से सीधे कनेक्शन सामने आ रहा है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली के कुछ व्यापारियों से जुड़ा हुआ था. उनसे ही मोबाइल की डमी वह चाइना मेड मोबाइल लेकर उन्हें इस तरह से रिफंड कर देता था.

इंदौर। ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए से लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी अमेजॉन, फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन पेमेंट कर महंगे मोबाइल मंगवाते थे और उसमें नकली फोन रखकर वापस कर देते थे. फोन वापस करने पर ई-कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से अपना पैसा रिफंड भी मंगवा लेते थे. इस तरह से उन्होंने अब तक कई धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया.

इंदौर क्राइम ब्रांच को पिछले दिनों एक ही आईएमआई नंबर के कई मोबाइल संचालित होने की शिकायत मिली थी. पुलिस ने मामले में बारीकी से जांच पड़ताल की और उसके बाद फरियादी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी वसीम इंदौर की डॉलर मार्केट में इस तरह से काम करता था. आरोपी को जब हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो उसने एक के बाद एक कई राज उगले. जिसके बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर बड़ी संख्या में डमी मोबाइल पीस जब्त किए हैं.

ठग गिरफ्तार

इस तरह से आरोपी करता ठगी

वसीम ने पुलिस को बताया कि वह अमेजॉन फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऑनलाइन महंगे फोन खरीदता है, उसमें पेमेंट ऑनलाइन कर देता था. जब असली मोबाइल फोन डिलीवरी हो जाता था तो आरोपी डिलीवरी बॉक्स में से असली महंगा मोबाइल निकालकर उसके जैसा नकली या फर्स्ट कॉपी या चाइना मेड नकली मोबाइल फोन पेककर इकॉमर्स वेबसाइट पर वापस कर देता था, कि वह फोन नकली डिलीवरी हुआ है. इसलिए नहीं खरीदना है. जबकि वापस नकली मोबाइल फोन पैकिंग करते वक्त आरोपी वसीम उस नकली फोन पर धोखाधड़ी पूर्वक वही आईएमआई सॉफ्टवेयर की मदद से चढ़ा देता था, जो असली मोबाइल फोन पर लिख कर आया होता था.

12वीं तक पढ़ा है आरोपी वसीम

वसीम बारहवीं तक पढ़ा हुआ है. वह मूल रूप से कोटा के राजस्थान का रहने वाला है. लेकिन पिछले काफी सालों से इंदौर में रहकर ही मोबाइल से संबंधित काम कर रहा है. पहले वह मोबाइल की दुकान पर काम करता था, लेकिन इस दौरान उसकी जान-पहचान कई मोबाइल दुकान के संचालकों से हो गई. इस तरह से उसने फिर इस काम को करने की योजना बनाई. इसके बाद कई कंपनियों के मोबाइल हैंडसेट का प्रयोग कर दूसरे व्यक्तियों के नाम की फर्जी सिमों का उपयोग कर अमेजॉन फ्लिपकार्ट पर ऑनलाइन महंगे मोबाइल खरीदने के लिए फर्जी आईडी बनाई.

कई बार कम्पनी दूसरा मोबाइल भेजती थी

कई बार आरोपी को कंपनी ने रिफंड की जगह दूसरा मोबाइल भी बेचा है तो कई बार कंपनी रिफंड पेमेंट कर देती थी, लेकिन आरोपी इस मामले में कई मोबाइल कंपनियों से महंगे मोबाइल खरीद लेता था और उन्हें रिफंड के नाम पर डमी वापस कर देता था. फ़िलहाल पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस ने शुरुआती तौर पर दो मोबाइल, उसके खुद के तीन मोबाइल, नकली चाइना मेड, तीन मोबाइल फोन फर्स्ट कॉपी विभिन्न कंपनियों की जब्त किया है.

दिल्ली मुबई और अन्य राज्यो आये कनेक्शन

जिस आरोपी वसीम को पुलिस ने पकड़ा है उसके मुंबई दिल्ली सहित अन्य राज्यों से सीधे कनेक्शन सामने आ रहा है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली के कुछ व्यापारियों से जुड़ा हुआ था. उनसे ही मोबाइल की डमी वह चाइना मेड मोबाइल लेकर उन्हें इस तरह से रिफंड कर देता था.

Last Updated : Jan 28, 2021, 6:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.