इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' के 100वें एपिसोड हो जाने के उपलक्ष्य में देशभर में अलग-अलग तरह के आयोजन किए गए. इस बीच जिले के सेंट्रल जेल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' को लेकर एक स्पेशल प्रोग्राम रखा गया था, जिसमें भाग लेने के लिए सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य लोग केंद्रीय जेल पहुंचे और कैदियों के साथ बैठकर पीएम मोदी के 'मन की बात' सुनी.
केंद्रीय जेल के कैदियों ने भी सुनी मन की बात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' के 100वें एपिसोड पूरे हो जाने के उपलक्ष्य में देशभर में विभिन्न तरह के आयोजन किए गए. वहीं इंदौर की सेंट्रल जेल में भी कैदियों के बीच इस एपिसोड को सुनाने के लिए कैदियों के बीच व्यवस्था की गई थी. सांसद शंकर लालवानी ने बड़ी संख्या में कैदियों के साथ बैठकर इस एपिसोड को सुना. यहां पर इस प्रोग्राम के लिए एक बड़ी सी एलईडी लगाई गई थी.
कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास: बता दें कि पीएम मोदी जिस तरह से प्रत्येक व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं, उसी तर्ज पर इंदौर के सेंट्रल जेल में भी कैदियों को प्रत्येक बंदी जिस भी तरह की रुचि रखता है. उसको वह तमाम तरह की सुविधा उपलब्ध करवाकर उसे आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय जेल की यह मंशा है कि जब भी कैदी जेल से छूटकर बाहर जाएं तो उसे वापस से अपराध की दुनिया में लौटना न पड़े और वह आत्मनिर्भर होकर खुद का एक व्यापार व्यवसाय शुरू कर सकें.
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कटनी के जेल में कार्यक्रम का आयोजन: कटनी के जिला जेल में भी बंद कैदियों ने पूरे स्टाफ के साथ मिलकर कार्यक्रम सुनाने की अपील की थी. जिसे मानते हुए जेल अधीक्षक ने टीवी चैनल के माध्यम से कार्यक्रम चलाने की अनुमति प्रदान की थी. आधे घंटे तक चले इस कार्यक्रम को तकरीबन 100 से अधिक बंदियों ने सुना और उसमें अमल भी किया. बंदियों की मानें तो पीएम मोदी की बात को सुनकर सभी ने संकल्प लिया है कि आज से बुराई का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगे.