इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने की तैयारी लगातार की जा रही है, इसके लिए बाजारों में पूरी तरह से प्लास्टिक का इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. बाजारों में अब कपड़े के झोले, पेपर बैग और अन्य सामग्री मुहैया कराई जाएगी. इतना ही नहीं नगर निगम ने प्लास्टिक फ्री इंदौर के लिए अभियान चलाने की तैयारी भी कर ली है, 1 जुलाई से अमानक स्तर की प्लास्टिक का यूज पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.
पेपर बैग और झोले का इंदौर में होगा इस्तेमाल: इंदौर के अधिकांश बाजारों में पहले से ही प्लास्टिक प्रतिबंध की गई है, लेकिन कई दुकानों पर चोरी छुपे अभी भी प्रतिबंधित थैली और प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है. इसके लिए नगर निगम अब बाकायदा एक योजना बनाकर शहर को पॉलिथीन और प्लास्टिक मुक्त करने में मदद करेगा. नगर निगम ने अपने अधीन एनजीओ के माध्यम से अब उन बाजारों में पॉलिथीन या प्लास्टिक का विकल्प रखने का फैसला किया है, जहां सर्वाधिक प्लास्टिक पॉलिथीन की जरूरत पड़ती है. इंदौर नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह के मुताबिक "बाजारों में पॉलिथीन के विकल्प के रूप में अब कपड़े के थैले, पेपर बैग या फिर निगम द्वारा तैयार किए जाने वाले बैग रखवाए जाएंगे." दरअसल 1 साल पहले ही कहा गया था कि 1 जुलाई 2023 से इंदौर को प्लास्टिक फ्री बनाया जाएगा और पॉलिथीन के यूज को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
स्वच्छता अभियान तेज करने के निर्देश: स्वच्छता रैंकिंग में सातवीं बार 1 नंबर पर आने की कोशिश एक बार फिर तेज हो गई है. इस मामले में निगम अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में आयुक्त हर्षिका सिंह ने कहा कि "इंदौर देश में लगातार स्वच्छता में नंबर 1 शहर है, इसलिए सफाई के कामों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. समस्त हाजिरी सेंटर पर सफाई मित्रों की प्रातः काल 6.30 बजे बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज होना सुनिश्चित किया जाएगा, बिना बायोमेट्रिक उपस्थिति के किसी भी सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं दिया जाएगा. यह सारी चीजें सीएसआई सुनिश्चित करें, साथ ही समस्त सफाई मित्र यह भी सुनिश्चित करें कि निगम की निर्धारित यूनिफॉर्म में रहें."
डोर टू डोर कचरा संग्रहण: निगम द्वारा विगत दिनों से समस्त वार्डों में डीप क्लीनिंग का अभियान चलाया जा रहा है. इसको लेकर हर्षिका सिंह ने कहा कि "डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन के साथ संलग्न हेल्पर भी रहेगा. वाहन चालक डोर टू डोर कचरा संग्रहण काम के दौरान नागरिकों से उचित व्यवहार करें. शहर में स्थित सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालय और युरिनल की लगातार मॉनिटरिंग कर सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करें."