इंदौर। शहर में डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन का काम करने वाली एजेंसियों ने काम में लापरवाही बरती है. जिसपर नगर निगम ने कंपनी पर पेनल्टी लगाने की कार्रवाई की है, वहीं कंपनी के काम से नाखुश होकर एक इलाके के रहवासियों ने प्रदर्शन भी किया था. जिसके बाद निगमायुक्त ने कंपनी पर कार्रवाई की है.
इंदौर के जोन 7 पर प्रोजेक्ट उदय के तहत पानी की टंकी से डिस्ट्रीब्यूशन पाइपलाइन लगाने का काम किया जा रहा है. यह काम चेन्नई और नागपुर की कंपनी कर रही है, लेकिन इस काम में रेस्टोरेशन नहीं किए जाने के कारण रहवासियों ने आपत्ति जताई थी. जिसके बाद रहवासियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदर्शन भी किया था. साथ ही कंपनी के काम की गुणवत्ता को भी काफी खराब बताया था.
घटना की पूरी जानकारी मीडिया में प्रकाशित हुई थी. जिससे निगम की छवि पर प्रभाव था. जिसके बाद निगमायुक्त ने कंपनी के कार्य पर जांच के आदेश दिए थे, जहां जांच में सामने आया कि कंपनी लंबे समय से पाइप लाइन बिछाने का काम कर रही है. लेकिन अब तक काम पूरा नहीं किया गया है, जो कि अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन भी है. इसे देखते हुए नगर निगम ने चेन्नई की कंपनी पर 10 लाख रुपए और नागपुर की कंपनी पर 1 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई है.
निगमायुक्त ने अधिकारियों को यह भी आदेश दिए हैं कि जल्द ही पेनल्टी की राशि वसूलने के लिए कार्रवाई की जाए. साथ ही कंपनी को भी हिदायत दी है कि गुणवत्ता के साथ समय सीमा में काम को पूरा किया जाए.