इंदौर। देश में रेलवे के बाद विमान सेवाएं भी जल्द पीपीपी मोड पर संचालित की जाएंगी. इसके चलते देश के कई एयरपोर्ट्स का निजीकरण होने जा रहा है. निजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने के पहले इंदौर का देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट विकास की लंबी उड़ान भरने जा रहा है. जहां नए और विस्तारित रनवे के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर की पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं विकसित की जा सकेंगी.
एयरपोर्ट सलाहकार समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए बैठक में लिए गए हैं. फैसलों की महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए एयरपोर्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष और इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने बताया जल्द ही देवी अहिल्या एयरपोर्ट को इंटरनेशनल उड़ानों के लिहाज से विकसित किया जाएगा. जहां बोइंग विमान भी आसानी से लैंड कर सकेंगे. उन्होंने बताया एयरपोर्ट की पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं विकसित करने के लिए जल्द ही बिजासन मंदिर क्षेत्र की सड़क समेत आवश्यक जमीन एयरपोर्ट को स्थानांतरित हो जाएगी. इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने भू-राजस्व के लिहाज से एक करोड़ 40 लाख रुपए जमा कराए हैं. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से वन भूमि के अधिग्रहण के अनापत्ति प्राप्त होते ही वर्षो से लंबित एयरपोर्ट के विस्तार का काम शुरू हो जाएगा.
बीजेपी सांसद लालवानी ने बताया एयरक्राफ्ट को खड़े करने के लिए जो 15 पार्किंग विकसित की जाना हैं. उसमें से पांच पार्किंग का निर्माण आगामी सितंबर तक हो जाएगा. जहां 5 एयरक्राफ्ट खड़े हो सकेंगे. इसके अलावा इंटरनेशनल बोइंग विमान यहां लैंड कर सकें, इसके लिए रनवे का विस्तार किया जा रहा है. फिलहाल 2750 मीटर का रनवे है, जो वह इन विमानों के लिहाज से 4250 मीटर का किया जाना प्रस्तावित है, इसके लिए एयरपोर्ट के आसपास की जमीन का अधिग्रहण करना होगा.
शंकर लालवानी ने बताया कि इतनी बड़ी जमीन के लिए मध्यप्रदेश शासन एवं समस्त विभागों को एयरपोर्ट के विस्तार के लिहाज से रणनीति बनानी होगी, जिससे कि समय पर आवश्यक जमीन की उपलब्धता हो सके. इंदौर एयरपोर्ट से जल्द ही अपनी डोमेस्टिक फ्लाइट में होम डिलीवरी सेवा शुरू करने जा रही है, जिससे कि यात्रियों का लगेज इंदौर एयरपोर्ट पर बुकिंग किए जाने के बाद सीधे उनके गंतव्य स्थल पर पहुंचाया जा सकेगा. बैठक में सांसद शंकर लालवानी के अलावा एयरपोर्ट डायरेक्टर सलाहकार समिति के सदस्य एवं एयरपोर्ट प्रशासन के विभिन्न अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे.