ETV Bharat / state

कोरोना काल में आना नहीं जरूरी, चिंतामण गणेश मंदिर में फोन पर होती है मुराद पूरी

इंदौर के चिंतामण गणेश मंदिर में भगवान के आने वाले कॉल्स और पत्रों की संख्या कोरोना काल में बढ़ गई है. कोरोना काल के चलते लोग भगवान से फोन पर संपर्क बनाए हुए हैं.

murad-puri-takes-place-over-phone-in-chintaman-ganesh-temple-indore
चिंतामण गणेश मंदिर में फोन पर होती है मुराद पूरी
author img

By

Published : Aug 25, 2020, 3:48 PM IST

इंदौर। कोरोना के संकटकाल के दौरान चिंतामण गणेश मंदिर में आने वाले भगवान को कॉल और पत्रों में भी बढ़ोतरी हुई है. महामारी के इस दौर में भी लोग भगवान गणेश को पत्र लिखकर या फोन लगाकर मन्नत मांग रहे हैं. हालांकि यह सिलसिला बीते कई सालों से चला आ रहा है, लेकिन कोरोना काल में फोन कॉल्स और चिट्ठियों की संख्या में इजाफा हुआ है.

चिंतामण गणेश मंदिर में फोन पर होती है मुराद पूरी

शहर के जूनी इंदौर में विराजित चिंतामन भगवान गणेश भक्तों के हर संकट को हर लेते हैं. यहां पर टैक्नोलॉजी के सहारे से लोग अपनी फरियाद बप्पा तक पहुंचाते हैं. इंदौर ही नहीं देश-विदेश के श्रद्धालु भी भगवान से प्रार्थना करने के लिए फोन कॉल्स और पत्र से सीधे संपर्क कर सकते हैं और भगवान भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं. कोरोना काल में एक ओर जब सभी मंदिर बंद हैं, वहीं इस मंदिर की परंपरा अनुरूप भक्त भगवान से सीधे जुड़ रहे हैं. यह परंपरा सालों से चली आ रही है.

सबसे प्राचीन गणेश मन्दिर, अहिल्या देवी करती थी पूजा

जूनी इंदौर स्थित चिंतामन गणेश मंदिर शहर का सबसे प्राचीन गणेश मंदिर है. बताया जाता है कि, यहां शिवाजी के गुरु रामदास जी ने हनुमान जी की एक मूर्ति की स्थापना की है, जो कि आज भी मंदिर प्रांगण में मौजूद है. महारानी अहिल्या बाई होल्कर भी इस मंदिर में पूजा करने आती थी. वहीं सबसे प्राचीन मंदिर होने के कारण शहर में भी यह आस्था का मुख्य केंद्र बिंदु माना जाता है.

पहले चिठ्ठी, अब फोन से हो करते हैं संपर्क

चिंतामन गणेश में पहले लोग चिठ्ठी लिखकर भगवान तक अपनी अरदास पहुंचाते थे. लोगों का मानना है कि, चिट्ठी लिखने से ही भगवान अपनी सारी मन्नते पूरी कर देते हैं. वहीं बदलते वक्त से साथ टैक्नोलॉजी का सहारा लेते हैं. अब चिठ्ठी की जगह लोग फोन के सहारे भगवान गणेश तक अपनी फरियाद पहुंचाते हैं. भक्त पुजारी के नंबर पर फोन लगाकर मन्नत मांगते हैं.

पूरे देश में इस समय कोरोना ने कोहराम मचाया है. ऐसे में देश में सभी धार्मिक स्थलों में जाने से प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि कई जगहों पर अब मंदिरों से पट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं. लेकिन, इंदौर में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए अभी तक मंदिर भी बंद हैं. ऐसे में भगवान चिंतामण के मंदिर में लोग फोन के जरिए अपनी अरदास पहुंचा रहे हैं.

इंदौर। कोरोना के संकटकाल के दौरान चिंतामण गणेश मंदिर में आने वाले भगवान को कॉल और पत्रों में भी बढ़ोतरी हुई है. महामारी के इस दौर में भी लोग भगवान गणेश को पत्र लिखकर या फोन लगाकर मन्नत मांग रहे हैं. हालांकि यह सिलसिला बीते कई सालों से चला आ रहा है, लेकिन कोरोना काल में फोन कॉल्स और चिट्ठियों की संख्या में इजाफा हुआ है.

चिंतामण गणेश मंदिर में फोन पर होती है मुराद पूरी

शहर के जूनी इंदौर में विराजित चिंतामन भगवान गणेश भक्तों के हर संकट को हर लेते हैं. यहां पर टैक्नोलॉजी के सहारे से लोग अपनी फरियाद बप्पा तक पहुंचाते हैं. इंदौर ही नहीं देश-विदेश के श्रद्धालु भी भगवान से प्रार्थना करने के लिए फोन कॉल्स और पत्र से सीधे संपर्क कर सकते हैं और भगवान भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं. कोरोना काल में एक ओर जब सभी मंदिर बंद हैं, वहीं इस मंदिर की परंपरा अनुरूप भक्त भगवान से सीधे जुड़ रहे हैं. यह परंपरा सालों से चली आ रही है.

सबसे प्राचीन गणेश मन्दिर, अहिल्या देवी करती थी पूजा

जूनी इंदौर स्थित चिंतामन गणेश मंदिर शहर का सबसे प्राचीन गणेश मंदिर है. बताया जाता है कि, यहां शिवाजी के गुरु रामदास जी ने हनुमान जी की एक मूर्ति की स्थापना की है, जो कि आज भी मंदिर प्रांगण में मौजूद है. महारानी अहिल्या बाई होल्कर भी इस मंदिर में पूजा करने आती थी. वहीं सबसे प्राचीन मंदिर होने के कारण शहर में भी यह आस्था का मुख्य केंद्र बिंदु माना जाता है.

पहले चिठ्ठी, अब फोन से हो करते हैं संपर्क

चिंतामन गणेश में पहले लोग चिठ्ठी लिखकर भगवान तक अपनी अरदास पहुंचाते थे. लोगों का मानना है कि, चिट्ठी लिखने से ही भगवान अपनी सारी मन्नते पूरी कर देते हैं. वहीं बदलते वक्त से साथ टैक्नोलॉजी का सहारा लेते हैं. अब चिठ्ठी की जगह लोग फोन के सहारे भगवान गणेश तक अपनी फरियाद पहुंचाते हैं. भक्त पुजारी के नंबर पर फोन लगाकर मन्नत मांगते हैं.

पूरे देश में इस समय कोरोना ने कोहराम मचाया है. ऐसे में देश में सभी धार्मिक स्थलों में जाने से प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि कई जगहों पर अब मंदिरों से पट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं. लेकिन, इंदौर में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए अभी तक मंदिर भी बंद हैं. ऐसे में भगवान चिंतामण के मंदिर में लोग फोन के जरिए अपनी अरदास पहुंचा रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.