इंदौर। इंदौर में नगर निगम के द्वारा शहर की पहली तीर्थ सड़क बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. अंतिम चौराहे से परमआनंद मार्ग तक सड़क चौड़ीकरण की कार्रवाई के लिए बाधक निर्माणों को हटाने की कार्रवाई की गई. कार्रवाई के दौरान हंगामे के हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था. वहीं बड़ी संख्या में नगर निगम के कर्मचारी भी मौजूद थे.
70 से अधिक बाधक निर्माणों पर की जाएगी कार्रवाई
इंदौर में नगर निगम ने रिमूवल की कार्रवाई करते हुए अंतिम चौराहे से लेकर पंचकुइया मुक्तिधाम तक लगभग 900 मीटर इलाके में अपनी कार्रवाई की. इस रिमूवल की कार्रवाई में 70 से अधिक मकान आ रहे हैं. इन मकानों को 1 साल पहले ही नोटिस दे दिए गए थे. लेकिन नोटिस के बावजूद भी लोगों ने अपने बाधक निर्माण नहीं हटाए. कोरोना संक्रमण के बाद यहां पर फिर से रिमूवल की कार्रवाई शुरू की गई, कार्रवाई के दौरान यहां पर हंगामे के हालात भी बने, जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई.
शहर के पहले तीर्थ मार्ग का होगा निर्माण
नगर निगम के द्वारा अंतिम चौराहे से परमानंद हॉस्पिटल तक शहर का पहला तीर्थ मार्ग बनाया जाएगा. इस रोड पर प्राचीन मंदिर होने के कारण कई श्रद्धालु रोजाना आना-जाना करते हैं. 2.15 करोड रुपए की लागत से इस रोड को चौड़ा किया जा रहा है. 900 मीटर लंबे हिस्से में 70 फीट चौड़ाई रखी जा रही है, वहीं 50 लाख रुपए की लागत से भव्य तीर्थ द्वार भी यहां पर बनाया जाएगा. इस रोड को शहर का तीर्थ मार्ग कहा गया है. तीर्थ मार्ग के रूप में ही इसे पूरी तरह से विकसित भी किया जाएगा.
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हालांकि यह कार्रवाई 2 दिन तक चलने की संभावनाएं जताई जा रही है. इससे पहले कुछ लोगों ने बाधक निर्माण अपने हाथों से हटाना शुरू कर दिए थे. जिसमें नगर निगम के द्वारा उनकी मदद भी की गई. सड़क चौड़ीकरण के लिए नगर निगम के द्वारा कोरोना काल के बाद पहली बड़ी कार्रवाई है.