इंदौर। शहर में स्मार्ट सिटी और मास्टर प्लान के तहत कई सड़कें बनाई जा रही हैं. इन सड़कों को बनाने के लिए पिछले कई दिनों से लगातार रिमूवल की कार्रवाई भी जारी है. जबकि इन बाधक निर्माणों को हटाने से पहले नगर निगम को एक बड़ी कार्य योजना से होकर गुजरना पड़ता है. इन बाधक निर्माणों को हटाने के लिए नगर निगम को पहले रहने के लिए आवास की व्यवस्था तो करनी ही है साथ ही बड़े भवनों को हटाने के लिए एक विस्तृत योजना भी बनानी पड़ रही है.
- आवास की व्यवस्था करना नगर निगम के लिए बड़ी जिम्मेदारी
इंदौर शहर में लगातार बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण शहरों में सड़कों का विस्तार जरुरी हो गया है. इसी उद्देश्य से शहर के कई इलाकों में सड़कों का विस्तार किया जा रहा है. इन सड़कों के विस्तार के लिए कई भवनों के गिराने की योजना भी बनाई गई है. इन भवनों को गिराने से पहले उनके लिए निर्धारित मुआवजे के साथ ही यहां रहने वाले लोगों के आवास की व्यवस्था करना भी नगर निगम के लिए बड़ी जिम्मेदारी बन गया है.
- स्मार्ट सिटी और मास्टर प्लान के तहत बनाई जा रही सड़कें
इंदौर शहर में स्मार्ट सिटी और मास्टर प्लान के तहत कई सड़कें बनाई जा रहीं हैं. इन सड़कों का काम तेजी से पूरा करने के लिए नगर निगम ने एक विस्तृत कार्य योजना बनाई है. लेकिन इन सड़कों के विस्तार में सबसे बड़ी अड़चन बाधक निर्माणों की है. इन बाधक निर्माणों को हटाने के लिए भी नगर निगम के अधिकारियों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है. इन बाधक निर्माणों के लिए रिमूवल की कार्रवाई तो की जाती है. लेकिन उसके पहले इन निर्माणों को सही मुआवजे के यह भी तैयारी करनी पड़ती है जिसके कारण कई सड़कों का विस्तार भी अभी रुका हुआ है. मास्टर प्लान के शहर के 45 फ़ीसदी इलाके में सड़कों का विस्तार किया जाना है आने वाले समय में लगातार बढ़ रही जनसंख्या को देखते हुए इसकी कार्ययोजना बनाई गई है.
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- कई प्रोजेक्ट 10 साल पहले हुए तैयार, बाधक निर्माण के कारण रुका काम
इंदौर शहर के कई प्रोजेक्टों को 10 साल पहले ही तैयार कर लिया गया था. शहर में लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या को देखते हुए शहर के आसपास के सड़क मार्गों को चौड़ा और लंबा करने का प्रोजेक्ट बनाया गया था. ऐसा ही एक प्रोजेक्ट शहर में नई रिंग रोड के निर्माण का था. आउटर रिंग रोड की यह प्लानिंग करीब 10 साल पहले बनाई गई थी लेकिन बाधक निर्माणों के कारण इस सड़क का काम शुरू नहीं हो पाया. इंदौर विकास प्राधिकरण ने बाधक निर्माणों के लिए सर्वे भी कराया था. लेकिन सर्वे के अलावा सड़क के लिए कोई काम नहीं किया गया. यह आउटर रिंग रोड 12 साल पहले घोषित मास्टर प्लान में शामिल थी. मास्टर प्लान 2021 के लिए बनाया गया था. जिसके हिसाब से यह रिंग रोड को अभी तक बन जाना चाहिए था. लेकिन बाधक निर्माणों के कारण काम नहीं हुआ.
इंदौर शहर में कई ऐसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं. जिसमें आने वाले समय को देखते हुए तैयारी की गई है. जनसंख्या और बढ़ती वाहनों की संख्या के कारण इन प्रोजेक्ट का समय पर पूरा होना जरूरी है. लेकिन बाधक निर्माणों में मौजूद बड़े भवनों को न हटा पाने के कारण इन सड़कों का निर्माण कार्य रुका हुआ है.