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तनिष्का की मदद के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिले सांसद शंकर लालवानी

इंदौर की बेटी तनिष्का ने महज 13 साल की उम्र में ग्रजेुएशन करने के लिए DAVV में एडमिशन लिया है. वो जज बनना चाहती है. ऐसे में तनिष्का की मदद करने के लिए सांसद शंकर लालवानी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री और महिला बाल विकास मंत्री से मुलाकात की है.

mp shankar lalwani
सांसद शंकर लालवानी
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Published : Feb 6, 2021, 8:12 PM IST

इंदौर। DAVV में शहर की 13 साल की बेटी तनिष्का ने ग्रेजुएशन करने के लिए एडमिशन लिया है. जीनियस गर्ल ने से मशहूर तनिष्का सुजीता के लिए सांसद शंकर लालवानी ने भी एक पहल की है. सांसद शंकर ने तनिष्का की मदद के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरीयाल निशंक और महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से मुलाकात की है.

सांसद शंकर लालवानी

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शहर की जीनियस गर्ल तनिष्का ने वर्तमान में DAVV (देवी अहिल्या विश्वविद्यालय) के स्कूल ऑफ सोशल साइंस में बीए साइकोलॉजी कोर्स में एडमिशन लिया है. तनिष्का जज बनना चाहती है, जिसके लिए वे LLB करना चाहती है. तनिष्का की मदद के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर मदद करने की बात कही है.

12 साल की उम्र में की 12वीं कक्षा पास

तनिष्का ने 12 साल की उम्र में 12वीं कक्षा पास कर ली है. तनिष्का जब 5 साल की थी, तब से वो पढ़ाई में काफी तेज थी. तनिष्का के माता-पिता उसे आगे की पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते रहे. पिता ने उसके लिए वेब मेडिटेशन का कोर्स भी करवाया था, जिससे उसके दिमाग की शक्ति को बढ़ाया जा सके. इस कोर्स के बाद तनिष्का ने महज 9 साल की उम्र में दसवीं कक्षा की तैयारियां शुरू की. फिर 11 साल की उम्र में दसवीं पास की और 12 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा देकर पास हुईं.

राज्यपाल से ली थी विशेष अनुमति

तनिष्का ने बताया कि उनके माता-पिता ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए विशेष अनुमति ली थी. यह अनुमति राज्यपाल ने दी थी. पांचवी कक्षा के बाद सीधे तनिष्का ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दीं. हालांकि 10वीं की परीक्षा की अनुमति से पहले 9वीं कक्षा के लिए टेस्ट दिया था, जिसमें 84 प्रतिशत अंक लाकर वो पास हुई. इस रिजल्ट के आधार पर राज्यपाल ने तनिष्का को 10वीं की परीक्षा देने के लिए अनुमति दी थी.

पढ़ेंः इंदौर की तनिष्का, 13 साल की उम्र में कर रही है ग्रेजुएशन

कोरोना काल में हुई पिता की मौत

तनिष्का ने बताया कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए माता-पिता का काफी सपोर्ट मिला है. उनके पिता हमेशा से ही उन्हें घर पर आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करते रहे हैं. कोरोना काल के दौरान उनके पिता की मौत हो गई. अब उनकी माता उन्हें कॉलेज तक लाने-ले जाने का काम कर रही हैं. पिता ने कई तरह से आगे बढ़ने के लिए तनिष्का को मोटिवेट किया. साथ ही वे घर पर होम ट्यूशन के जरिए भी उसे पढ़ाते थे.

आंखों पर पट्टी बांधकर लिखने और पढ़ने का काम भी कर लेती है तनिष्का

तनिष्का आंखों पर पट्टी बांधकर भी लिख और पढ़ सकती है. तनिष्का ने बताया कि मेडिटेशन के जरिए उसके दिमाग की शक्ति (IQ Level) में वृद्धि हुई है. एक बार उसने आंखों पर पट्टी बांधकर बाइक भी चलाई है. उसके पिता हमेशा से ही उसे आगे बढ़ने के लिए पढ़ाई कराने के साथ-साथ कई गतिविधियों में भी शामिल करते थे.

MP में पहली लड़की जो कम उम्र में कर रही है उच्च शिक्षा हासिल

तनिष्का संभवत मध्य प्रदेश की पहली ऐसी लड़की है जो महज 13 साल की उम्र में उच्च शिक्षा हासिल कर रही है. तनिष्का का कहना है कि अब वह लगातार पढ़ाई करती रहेगी और आने वाले दिनों में सिविल जज के लिए तैयारी करेगी.

इंदौर। DAVV में शहर की 13 साल की बेटी तनिष्का ने ग्रेजुएशन करने के लिए एडमिशन लिया है. जीनियस गर्ल ने से मशहूर तनिष्का सुजीता के लिए सांसद शंकर लालवानी ने भी एक पहल की है. सांसद शंकर ने तनिष्का की मदद के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरीयाल निशंक और महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से मुलाकात की है.

सांसद शंकर लालवानी

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शहर की जीनियस गर्ल तनिष्का ने वर्तमान में DAVV (देवी अहिल्या विश्वविद्यालय) के स्कूल ऑफ सोशल साइंस में बीए साइकोलॉजी कोर्स में एडमिशन लिया है. तनिष्का जज बनना चाहती है, जिसके लिए वे LLB करना चाहती है. तनिष्का की मदद के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर मदद करने की बात कही है.

12 साल की उम्र में की 12वीं कक्षा पास

तनिष्का ने 12 साल की उम्र में 12वीं कक्षा पास कर ली है. तनिष्का जब 5 साल की थी, तब से वो पढ़ाई में काफी तेज थी. तनिष्का के माता-पिता उसे आगे की पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते रहे. पिता ने उसके लिए वेब मेडिटेशन का कोर्स भी करवाया था, जिससे उसके दिमाग की शक्ति को बढ़ाया जा सके. इस कोर्स के बाद तनिष्का ने महज 9 साल की उम्र में दसवीं कक्षा की तैयारियां शुरू की. फिर 11 साल की उम्र में दसवीं पास की और 12 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा देकर पास हुईं.

राज्यपाल से ली थी विशेष अनुमति

तनिष्का ने बताया कि उनके माता-पिता ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए विशेष अनुमति ली थी. यह अनुमति राज्यपाल ने दी थी. पांचवी कक्षा के बाद सीधे तनिष्का ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दीं. हालांकि 10वीं की परीक्षा की अनुमति से पहले 9वीं कक्षा के लिए टेस्ट दिया था, जिसमें 84 प्रतिशत अंक लाकर वो पास हुई. इस रिजल्ट के आधार पर राज्यपाल ने तनिष्का को 10वीं की परीक्षा देने के लिए अनुमति दी थी.

पढ़ेंः इंदौर की तनिष्का, 13 साल की उम्र में कर रही है ग्रेजुएशन

कोरोना काल में हुई पिता की मौत

तनिष्का ने बताया कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए माता-पिता का काफी सपोर्ट मिला है. उनके पिता हमेशा से ही उन्हें घर पर आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करते रहे हैं. कोरोना काल के दौरान उनके पिता की मौत हो गई. अब उनकी माता उन्हें कॉलेज तक लाने-ले जाने का काम कर रही हैं. पिता ने कई तरह से आगे बढ़ने के लिए तनिष्का को मोटिवेट किया. साथ ही वे घर पर होम ट्यूशन के जरिए भी उसे पढ़ाते थे.

आंखों पर पट्टी बांधकर लिखने और पढ़ने का काम भी कर लेती है तनिष्का

तनिष्का आंखों पर पट्टी बांधकर भी लिख और पढ़ सकती है. तनिष्का ने बताया कि मेडिटेशन के जरिए उसके दिमाग की शक्ति (IQ Level) में वृद्धि हुई है. एक बार उसने आंखों पर पट्टी बांधकर बाइक भी चलाई है. उसके पिता हमेशा से ही उसे आगे बढ़ने के लिए पढ़ाई कराने के साथ-साथ कई गतिविधियों में भी शामिल करते थे.

MP में पहली लड़की जो कम उम्र में कर रही है उच्च शिक्षा हासिल

तनिष्का संभवत मध्य प्रदेश की पहली ऐसी लड़की है जो महज 13 साल की उम्र में उच्च शिक्षा हासिल कर रही है. तनिष्का का कहना है कि अब वह लगातार पढ़ाई करती रहेगी और आने वाले दिनों में सिविल जज के लिए तैयारी करेगी.

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