इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नदियों की सफाई के लिए अभियान जोरो-शोरों से चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को सांसद शंकर लालवानी मैदान में उतरे और अधिकारियों के साथ दौरा किया. कुछ ही दिनों में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम निरीक्षण करने इंदौर आने वाली है. टीम के आने के पहले प्रशासन शहर की नदियों में सीवरेज के पानी को पूरी तरह से बंद करने की कवायदों में जुटा हुआ है. शहर भर में नगर निगम इस काम के लिए नाला टेपिंग का काम कर रहा है. जिसका निरीक्षण करने सांसद शंकर लालवानी नालों में उतरे.
नाले में उतरे सांसद, दिए निर्देश
नाला टेपिंग के काम का निरीक्षण करने सांसद शंकर लालवानी गुरुवार को आजाद नगर पहुंचे. यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ सूखे नाले में सफाई देखी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अब अगर कोई भी व्यक्ति इंदौर की नदियों में गंदा पानी छोड़ता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके अलावा नालों के किनारों पर अतिक्रमण को रोकने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए.
ट्रीटेड वॉटर को सूंघा
सांसद शंकर लालवानी ने ट्रीटेड वॉटर को भी जांचा. साथ ही उन्होंने उस पानी की संघा कि कहीं उसमें से स्मेल तो नहीं आ रही है.
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नदियों के साफ होने पर मिलेंगे नंबर
स्वच्छता सर्वेक्षण में नदियों के साफ होने पर इंदौर को नंबर मिलना है. इसलिए 1 फरवरी के पहले इंदौर की सभी नदियों में सीवरेज के पानी को रोकने के लिए तेजी से अभियान चलाया जा रहा है. 1 फरवरी के बाद इंदौर में किसी भी समय केंद्रीय दल का दौरा हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम की कोशिश है कि टीम के आने के पहले शहर की नदियों में गंदे पानी के प्रवाह को पूरी तरह से रोका जाए और ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए साफ पानी ही नदियों में छोड़ा जाए.
स्वच्छता सर्वेक्षण में 4 बार से नंबर वन बने हुए इंदौर को पांचवीं बार नंबर वन बनने के लिए प्रशासन ज्यादा से ज्यादा नंबर जुटाने में लगा हुआ है. लिहाजा नगर निगम उन सभी कामों को पूरा करने की कोशिश कर रहा है, जिनके नंबर स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे ज्यादा.