इंदौर। पूर्वी इलाके की पांच नंबर विधानसभा सीट हमेशा से हाई प्रोफाइल होकर चर्चा में बने रहने वाली सीट है. यहां 2003 के चुनाव के बाद से ही भाजपा नेता महेंद्र हार्डिया प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं. इस बार उनका मुकाबला 2018 में मात्र 1133 वोट से हरने वाले सतनारायण पटेल से है. हालांकि, महेंद्र हार्डिया को टिकट वितरण से पूर्व विरोध का भी सामना करना पड़ा था. दरअसल, महेंद्र हार्डिया के स्थान पर संघ से जुड़े नानूराम कुमावत और नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे टिकट की दौड़ में थे. लेकिन, पार्टी ने एक बार फिर विरोध के बावजूद महेंद्र हार्डिया पर भरोसा जताया है.
इधर, हार्डिया के मुकाबले इस बार कांग्रेस ने सत्यनारायण पटेल को मौका दिया है. हालांकि, सत्यनारायण पटेल एक बार महेंद्र हार्डिया से इसी विधानसभा सीट पर चुनाव हार चुके हैं. इस बार सतनारायण पटेल को भाजपा के संभावित भीतर घात के अलावा विरोध के चलते अपने जीतने की उम्मीद है. वहीं, महेंद्र हार्डिया अपने विकास कार्य और जनता से सीधे जुड़ाव के दम पर फिर से जितने को लेकर आश्वस्त हैं.
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जीत का अंतर और वोटो का समीकरण: इंदौर के पांच नंबर विधानसभा में पिछले चुनाव के दौरान 371500 मतदाता थे. इसमें से 191126 पुरुष और 180275 महिलाएं शामिल थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कल 243972 लोगों ने मतदान किया था. इसमें भाजपा को 173836 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 116703 वोट ही मिल पाए थे. इसमें महेंद्र हार्डिया 1133 वोटो से जीत गए थे. हालांकि, 2018 में इस सीट पर वोट प्रतिशत 48% रहा था. इधर 2013 में यहां कांग्रेस से पंकज संघवी को मैदान में उतर गया था, लेकिन वह भी 14418 वोट से हार गए थे. जबकि, 2008 में भाजपा के महेंद्र हार्डिया के सामने कांग्रेस ने शोभा ओझा को मौका दिया था, लेकिन शोभा भी 5264 वोट से हार गई थी.
पिछले तीन विधानसभा चुनाव का हाल: यह सीट बीजेपी के महेंद्र हार्डिया के पास है. उन्हें इस सीट पर 1,133 के महज अंतर से जीत दर्ज की थी. उन्होंने कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को हराया था. इसके पहले साल 2013 में भी बीजेपी के महेंद्र हार्डिया यहां से चुनाव जीते थे. उन्होंने इस चुनाव को 14,418 वोट के अंतर से जीता था. इस चुनाव में कांग्रेस के पंकज सांघवी को हार का सामना करना पड़ा था. साल 2013 में इस सीट पर महेंद्र हार्डिया ही चुनाव जीते. इस चुनाव में भी पंकज सांघवी 5,264 वोट से हार का सामना करना पड़ा था.
क्षेत्र में यह हैं मुद्दे: इंदौर के पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र में फिलहाल सड़क पानी और अन्य विकास आधारित समस्याएं हैं. क्षेत्र में शहरी के अलावा ग्रामीण इलाकों का समावेश है. लेकिन, विकास के कार्य भी तेजी से हुए हैं. इस विधानसभा सीट के कई ग्रामीण क्षेत्रों को शहर में शामिल करने के बाद उनमें आधारभूत विकास नहीं हो सका है. जो हर बार चुनाव में मुद्दा बनता है. हालांकि, शहरी क्षेत्र में महेंद्र हार्डिया के सक्रिय रहने के कारण उन्हें समर्थन मिलता है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में इस बार जन समस्याओं और विकास के लिहाज से अपेक्षित मतदाता के बीच नाराजगी भी है.