इंदौर। कहते हैं कि पत्रकारिता एक चुनौती वाला पेशा है. कुछ कर गुजरने का जुनून लोगों को इस पेशे में खींच लाता है. तो कुछ लोग समाज को दिशा देने के लिए इसे अपनाते हैं.हालांकि अब समय के साथ कई चीजें बदली हैं तो इस पेशे में भी बहुत से परिवर्तन देखने को मिले हैं. इंदौर में एक पत्रकार ने अपने इस पेशे को छोड़कर नया स्टार्टअप शुरु किया है. नाम है पत्रकार चाय हाउस. शहर में यह नया स्टार्टअप सुर्खियों में बना हुआ है.
पत्रकार चाय हाउस: प्रदेश की आर्थिक राजधानी में एमबीए चाय वाला ,आईपीएस समोसे वाला, मेरे बेटू ने खाना खाया कि नहीं जैसे कई अलग-अलग नाम के स्टार्टअप शुरू हो चुके हैं. लेकिन इंदौर के एक युवा पत्रकार ने पत्रकारिता को छोड़कर पत्रकार चाय हाउस के नाम से एक नए स्टार्टअप की शुरुआत की है.
पत्रकार चाय हाउस ही क्यों: पत्रकार केशव मराठा का कहना है कि वह पिछले 10 -15 साल से पत्रकारिता कर रहे थे. लेकिन कुछ नया और अपना स्टार्टअप शुरू करना चाह रहे थे इसलिए उन्होंने पत्रकारिता को छोड़ा. पत्रकार चाय हाउस ही क्यों के पीछे उनका तर्क है कि यहां के लोग चाय नाश्ते के शौकीन है इसलिए इसी से शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि जब चाय बेचने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्होंने प्रेरणा ली है. उन्होंने भी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बनने की बात कही है.
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क्यों छोड़ी पत्रकारिता: वहीं उनके साथी बताते हैं कि केशव पिछले काफी दिनों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे थे और इस पेशे से उन्हें घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था. वेतन कम था और टाइम ज्यादा देना पड़ता है.इसलिए उन्होंने इसे छोड़ दिया. हालांकि केशव मराठा ने बातचीत में ऐसा कुछ स्वीकार नहीं किया.उन्होंने यही कहा कि कुछ अपना काम करना चाह रहे थे.इसलिए शुरूआत की है.
पत्रकार के स्टार्टअप पर राजनीति: पत्रकार के नए स्टार्टअप पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पत्रकार के नए स्टार्ट अप के माध्यम से सरकार और बीजेपी को जमकर आड़े हाथों लिया. कांग्रेस सचिव ने कहा कि इस सरकार में ईमानदार पत्रकार को सड़क पर चाय और पोहा मजबूरी में बेचकर गुजर बसर करनी पड़ रही है.