- मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने आज एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए लोकहित में चिकित्सकों से कहा है कि वो तत्काल काम पर लौट आएं. साथ ही बिना पूछे स्ट्राइक पर ना जाएं. दरअसल मध्य प्रदेश के 15 हजार से ज्यादा डॉक्टर्स आज से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं.
- हाईकोर्ट ने चिकित्सकों की हड़ताल को अवैध भी घोषित कर दिया है. साथ ही कहा है कि यह कोई तरीका नहीं है मरीजों को अधर में छोड़कर हड़ताल करने का. जाहिर है कोर्ट के आदेश के बाद अब बॉल हड़ताली डॉक्टर्स के पाले में है. इससे पहले साल 2023 का शुरुआत में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल पर भी मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार किया था.
- कोर्ट की टिप्पणी और निर्देश के बाद हड़ताली डॉक्टर्स् की टीम ने आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में कोर्ट ने निर्देश के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे. चिकित्सकों के सभी संगठन अब मीटिंग के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे और अपनी बात मीडिया के सामने रखेंगे.
- दतिया में चिकित्सकों की हड़ताल के बीच कलेक्टर ने संभाला मोर्चा, चिकित्सालय परिसर में बैठे कलेक्टर मरीजों को झांसी लेकर जा रहे हैं.
MP Doctors Strike: एमपी के हड़ताली डॉक्टर्स पर HC का स्ट्राइक! हड़ताल अवैध घोषित, डॉक्टर्स ने बुलाई अर्जेट मीटिंग
16:23 May 03
एमपी के हड़ताली डॉक्टर्स पर जबलपुर हाईकोर्ट का सर्जिकल स्ट्राइक, चिकित्सकों का संगठन करेगा मीटिंग
16:00 May 03
एमपी में डॉक्टर्स की हड़ताल पर सबसे बड़ा फैसला
- मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने डॉक्टर्स की हड़ताल को अवैध ठहराया, तत्काल काम पर लौटने के निर्देश
- जनहित याचिका पर HC ने दिया आदेश, तत्काल काम पर लौटें हड़ताली डॉक्टर्स : HC
- आज अस्पताल में मौजूद अंतिम मरीज का भी इलाज करें डॉक्टर, आइंदा बिना HC की अनुमति हड़ताल नहीं करें डाक्टर्स
- भविष्य में टोकन स्ट्राइक को भी HC ने बताया अवैध, पूर्व पार्षद इंद्रजीत कुंवर पाल सिंह की याचिका पर सुनाया आदेश
15:52 May 03
जबलपुर में ऑपरेशन करवाने आए मरीज बिना इलाज करवाए ही बैरन वापस लौटे
- जबलपुर में आज 112 सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहे. यहां के जिला चिकित्सालय में डॉक्टर्स ने धरना दिया. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. ऐसे में ऑपरेशन करवाने आए मरीज बिना इलाज करवाए ही बैरन वापस लौट गये. वेतन और प्रमोशन संबंधी मांगों को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. जिला प्रशासन ने रिटायर्ड डॉक्टर, पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों और गेस्ट डॉक्टर्स की ड्यूटी सरकारी अस्पतालों में लगाई है साथ ही निजी अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती किया गया है.
- जबलपुर के अधारताल में रहने वाले सोहेल अहमद का आज हर्निया का ऑपरेशन होना था. वे इसी उम्मीद में जबलपुर जिला अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन यहां पर डॉक्टरों को हड़ताल पर बैठा देख वे मायूस हो गए. डॉक्टरों ने उन्हें देखने तक से मना कर दिया और अस्पताल में जो डॉक्टर्स बैठे थे उनके ऊपर काम का इतना अधिक बोझ था कि वे ऑपरेशन करने की स्थिति में नहीं थे. सोहेल अहमद को दवाई लेकर अपने घर वापस जाना पड़ा. सोहेल को अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया है कि फिलहाल उनका ऑपरेशन संभव नहीं हैं और वे दो-चार दिन बाद आएं.
14:53 May 03
इंदौर में डॉक्टरों की हड़ताल से निपटने के लिए प्रशासन का बड़ा फैसला
- इंदौर: डॉक्टरों की हड़ताल के पहले दिन ध्वस्त हुई स्वास्थ्य सेवाएं. शासकीय अस्पतालों को संचालित करने के लिए अब निजी अस्पतालों के 250 डॉक्टरों की सेवाएं लेगा जिला प्रशासन. आयुष्मान अस्पताल एवं निजी अस्पतालों के पैरामेडिकल स्टाफ की लगेगी ड्यूटी.
- भोपाल में हड़ताल कर रहे डॉक्टर के साथ बुरा व्यवहार, हॉस्पिटल बिल्डिंग निकालने का आरोप. हमीदिया अस्पताल के भवन में डॉ. राकेश मालवीय हॉस्पिटल वार्ड में सेवाएं दे रहे सहयोगी चिकित्सकों से मिलने पहुंचे और उनसे बातचीत कर रहे थे. तभी संभागायुक्त और डीन राउंड के दौरान पहुंचे और उन्हे वार्ड से बाहर जाने के लिए कह दिया.
14:02 May 03
जानें क्या है एमपी में अस्पतालों का हाल, क्योंकि धरती के भगवान हैं हड़ताल पर
- मध्य प्रदेश में डॉक्टर्स की हड़लात से स्थिति खराब होने लगी है. राजधानी भोपाल और ग्वालियर में समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण एक-एक मरीज की मौत की बात सामने आ रही है. पहले 10 हजार चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले हए थे. रही सही कसर जूनियर डॉक्टर्स ने पूरी कर दी. JDA ने दोपहर होते होते इस हड़ताल में शामिल होने की घोषणा कर दी और इसके बाद 15 हजार से ज्यादा चिकित्सक अस्पताल में मरीजों का इलाज छोड़ हड़ताल का नारा बुलंद करने लगे.
- मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने कथित नौकरशाही के हस्तक्षेप को समाप्त करने और ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात अपने सहयोगियों के लिए सुविधाओं सहित कई मांगों को लेकर बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी. सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद मध्य प्रदेश शासकीय स्वदेशी चिकित्सक महासंघ के छात्र निकाय के तहत विभिन्न चिकित्सा संघों ने भी आंदोलन को समर्थन दे दिया और इसमें शामिल हो गए. महासंघ का दावा है कि लगभग 15,000 डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं. विरोध से OPD सेवाओं और अस्पताल के अन्य आवश्यक कार्यों पर असर पड़ा है.
- मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार की रात जिलाधिकारियों और संभागीय आयुक्तों के साथ हड़ताल को लेकर बैठक की और उन्हें राज्य में चिकित्सा सुविधाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. बैठक के बाद चौहान ने एक बयान में कहा, स्वास्थ्य सेवाएं आवश्यक सेवाएं हैं. ऐसी सेवाओं को चलाने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. आपातकालीन और महत्वपूर्ण सेवाओं के सुचारू संचालन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. यह हड़ताल अनैतिक है, इसके लिए कार्रवाई का प्रावधान है. मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था करें और पीजी डॉक्टरों की सेवाएं लें. सीएम ने अधिकारियों से निजी अस्पतालों की मदद लेने को कहा और कहा कि सरकार आयुष्मान योजना के तहत ऐसे मरीजों (निजी अस्पतालों में) का इलाज करेगी. इंसान की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स को भगवान का रूप माना जाता है. उन्होंने कहा कि मानव जीवन के साथ मत खेलो.
16:23 May 03
एमपी के हड़ताली डॉक्टर्स पर जबलपुर हाईकोर्ट का सर्जिकल स्ट्राइक, चिकित्सकों का संगठन करेगा मीटिंग
- मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने आज एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए लोकहित में चिकित्सकों से कहा है कि वो तत्काल काम पर लौट आएं. साथ ही बिना पूछे स्ट्राइक पर ना जाएं. दरअसल मध्य प्रदेश के 15 हजार से ज्यादा डॉक्टर्स आज से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं.
- हाईकोर्ट ने चिकित्सकों की हड़ताल को अवैध भी घोषित कर दिया है. साथ ही कहा है कि यह कोई तरीका नहीं है मरीजों को अधर में छोड़कर हड़ताल करने का. जाहिर है कोर्ट के आदेश के बाद अब बॉल हड़ताली डॉक्टर्स के पाले में है. इससे पहले साल 2023 का शुरुआत में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल पर भी मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार किया था.
- कोर्ट की टिप्पणी और निर्देश के बाद हड़ताली डॉक्टर्स् की टीम ने आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में कोर्ट ने निर्देश के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे. चिकित्सकों के सभी संगठन अब मीटिंग के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे और अपनी बात मीडिया के सामने रखेंगे.
- दतिया में चिकित्सकों की हड़ताल के बीच कलेक्टर ने संभाला मोर्चा, चिकित्सालय परिसर में बैठे कलेक्टर मरीजों को झांसी लेकर जा रहे हैं.
16:00 May 03
एमपी में डॉक्टर्स की हड़ताल पर सबसे बड़ा फैसला
- मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने डॉक्टर्स की हड़ताल को अवैध ठहराया, तत्काल काम पर लौटने के निर्देश
- जनहित याचिका पर HC ने दिया आदेश, तत्काल काम पर लौटें हड़ताली डॉक्टर्स : HC
- आज अस्पताल में मौजूद अंतिम मरीज का भी इलाज करें डॉक्टर, आइंदा बिना HC की अनुमति हड़ताल नहीं करें डाक्टर्स
- भविष्य में टोकन स्ट्राइक को भी HC ने बताया अवैध, पूर्व पार्षद इंद्रजीत कुंवर पाल सिंह की याचिका पर सुनाया आदेश
15:52 May 03
जबलपुर में ऑपरेशन करवाने आए मरीज बिना इलाज करवाए ही बैरन वापस लौटे
- जबलपुर में आज 112 सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहे. यहां के जिला चिकित्सालय में डॉक्टर्स ने धरना दिया. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. ऐसे में ऑपरेशन करवाने आए मरीज बिना इलाज करवाए ही बैरन वापस लौट गये. वेतन और प्रमोशन संबंधी मांगों को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. जिला प्रशासन ने रिटायर्ड डॉक्टर, पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों और गेस्ट डॉक्टर्स की ड्यूटी सरकारी अस्पतालों में लगाई है साथ ही निजी अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती किया गया है.
- जबलपुर के अधारताल में रहने वाले सोहेल अहमद का आज हर्निया का ऑपरेशन होना था. वे इसी उम्मीद में जबलपुर जिला अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन यहां पर डॉक्टरों को हड़ताल पर बैठा देख वे मायूस हो गए. डॉक्टरों ने उन्हें देखने तक से मना कर दिया और अस्पताल में जो डॉक्टर्स बैठे थे उनके ऊपर काम का इतना अधिक बोझ था कि वे ऑपरेशन करने की स्थिति में नहीं थे. सोहेल अहमद को दवाई लेकर अपने घर वापस जाना पड़ा. सोहेल को अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया है कि फिलहाल उनका ऑपरेशन संभव नहीं हैं और वे दो-चार दिन बाद आएं.
14:53 May 03
इंदौर में डॉक्टरों की हड़ताल से निपटने के लिए प्रशासन का बड़ा फैसला
- इंदौर: डॉक्टरों की हड़ताल के पहले दिन ध्वस्त हुई स्वास्थ्य सेवाएं. शासकीय अस्पतालों को संचालित करने के लिए अब निजी अस्पतालों के 250 डॉक्टरों की सेवाएं लेगा जिला प्रशासन. आयुष्मान अस्पताल एवं निजी अस्पतालों के पैरामेडिकल स्टाफ की लगेगी ड्यूटी.
- भोपाल में हड़ताल कर रहे डॉक्टर के साथ बुरा व्यवहार, हॉस्पिटल बिल्डिंग निकालने का आरोप. हमीदिया अस्पताल के भवन में डॉ. राकेश मालवीय हॉस्पिटल वार्ड में सेवाएं दे रहे सहयोगी चिकित्सकों से मिलने पहुंचे और उनसे बातचीत कर रहे थे. तभी संभागायुक्त और डीन राउंड के दौरान पहुंचे और उन्हे वार्ड से बाहर जाने के लिए कह दिया.
14:02 May 03
जानें क्या है एमपी में अस्पतालों का हाल, क्योंकि धरती के भगवान हैं हड़ताल पर
- मध्य प्रदेश में डॉक्टर्स की हड़लात से स्थिति खराब होने लगी है. राजधानी भोपाल और ग्वालियर में समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण एक-एक मरीज की मौत की बात सामने आ रही है. पहले 10 हजार चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले हए थे. रही सही कसर जूनियर डॉक्टर्स ने पूरी कर दी. JDA ने दोपहर होते होते इस हड़ताल में शामिल होने की घोषणा कर दी और इसके बाद 15 हजार से ज्यादा चिकित्सक अस्पताल में मरीजों का इलाज छोड़ हड़ताल का नारा बुलंद करने लगे.
- मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने कथित नौकरशाही के हस्तक्षेप को समाप्त करने और ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात अपने सहयोगियों के लिए सुविधाओं सहित कई मांगों को लेकर बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी. सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद मध्य प्रदेश शासकीय स्वदेशी चिकित्सक महासंघ के छात्र निकाय के तहत विभिन्न चिकित्सा संघों ने भी आंदोलन को समर्थन दे दिया और इसमें शामिल हो गए. महासंघ का दावा है कि लगभग 15,000 डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं. विरोध से OPD सेवाओं और अस्पताल के अन्य आवश्यक कार्यों पर असर पड़ा है.
- मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार की रात जिलाधिकारियों और संभागीय आयुक्तों के साथ हड़ताल को लेकर बैठक की और उन्हें राज्य में चिकित्सा सुविधाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. बैठक के बाद चौहान ने एक बयान में कहा, स्वास्थ्य सेवाएं आवश्यक सेवाएं हैं. ऐसी सेवाओं को चलाने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. आपातकालीन और महत्वपूर्ण सेवाओं के सुचारू संचालन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. यह हड़ताल अनैतिक है, इसके लिए कार्रवाई का प्रावधान है. मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था करें और पीजी डॉक्टरों की सेवाएं लें. सीएम ने अधिकारियों से निजी अस्पतालों की मदद लेने को कहा और कहा कि सरकार आयुष्मान योजना के तहत ऐसे मरीजों (निजी अस्पतालों में) का इलाज करेगी. इंसान की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स को भगवान का रूप माना जाता है. उन्होंने कहा कि मानव जीवन के साथ मत खेलो.