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साइबर सेल ने ठगी के मामले में राजस्थान के गिरोह को किया गिरफ्तार

साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है. इंदौर के पंजाबी सराफ ज्वेलर्स के मैनेजर ने शिकायत दर्ज कराई थी.

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साइबर सेल
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Published : Jan 22, 2021, 2:16 PM IST

इंदौर। राज्य साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है. बता दें गिरोह द्वारा नामी ज्वेलर्स के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था. इसी कड़ी में पिछले दिनों राज्य साइबर सेल को भी पूरे मामले की शिकायत मिली थी. इसके बाद राज्य साइबर सेल ने पूरे मामले में तफ्तीश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.

राज्य साइबर सेल को इंदौर के पंजाबी सराफ ज्वेलर्स के मैनेजर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 4 दिसंबर को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मुंबई के नामी ज्वेलर्स के मालिक ने कॉल किया. ट्रूकॉलर पर वह नंबर संबंधित ज्वेलर्स के नाम से दिखा रहा था. उसमें फोटो भी अपलोड थी. कॉल करने वाले ने कहा कि इंदौर में उनका चार लाख का भुगतान अटका है, जो दिल्ली भेजना है. वहां देरी हो रही है तो आप व्यवस्था करा दो. कुछ समय बाद राशि पहुंच जाएगी.

फरियादी ने विश्वास कर अपने रिश्तेदार के माध्यम से दिल्ली में चार लाख का भुगतान कर दिया. इसके बाद आरोपीयो का फोन बंद हो गया. जिसके बाद फरियादी ने धोखाधड़ी की शिकायत राज्य सायबर सेल में की. राज्य सायबर सेल ने करवाई करते हुए राजस्थान के रहने वाले राम कृष्ण और शैतान सिंह को गिरफ्तार किया है.

पूरे देश में सक्रिय हैं गिरोह

राज्य साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह गिरोह पूरे देश में इस तरह से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहा है. बता दें गिरोह काफी स्मार्ट वर्क कर रहा है और संबंधित ज्वेलर्स के नाम पर संबंधित ज्वेलर्स को फोन लगाते हैं. ट्रूकॉलर के माध्यम से फोन लगाने के कारण ट्रूकॉलर पर नामी ज्वेलर्स का नाम आता है. जिसके कारण वे उनके झांसे में आ जाते हैं और पैसे ट्रांसफर कर देते हैं. इस तरह से पूरे देश में यह अभी तक कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.

फिलहाल राज्य साइबर सेल टीम गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए सूरत, जयपुर, दिल्ली, जालौर सहित अन्य जगहों पर भी भेजी गई है. जहां पर काफी बारीकी से जांच पड़ताल भी की जा रही है. इस गिरोह के सरगना मनोहर व उनका भतीजा नरेंद्र सिंह हैं. जो इस पूरे रैकेट को संचालित कर रहे हैं. राज्य साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस गिरोह को पकड़ लिया जाएगा.

हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल जीते हैं ठग

जिन आरोपियों को राज्य साइबर सेल पुलिस ने पकड़ा है, वह काफी हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल जीते हैं. वहीं इस गिरोह के संचालक जो अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. उनके बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि वह बीएमडब्ल्यू व प्लेन से चलते हैं और हमेशा अपने शरीर पर सोने के कई गहने पहने रखते हैं. जिसके कारण कई लोग उनकी बातों में आ जाते हैं. फिर वह ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. फिलहाल पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही राजस्थान के चाचा भतीजे को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एक बड़े रैकेट का जल्द खुलासा हो सकता है.

फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में राज्य साइबर सेल फरार आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करती है. वहीं पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि वह नामी ज्वेलर्स को ही निशाना बनाते थे और उनसे ही ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. उन्होंने इंदौर के साथ ही अन्य शहरों में स्थित नामी ज्वेलर्स को निशाना बनाया और ठगी की वारदातों को अंजाम दिया.

इंदौर। राज्य साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है. बता दें गिरोह द्वारा नामी ज्वेलर्स के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था. इसी कड़ी में पिछले दिनों राज्य साइबर सेल को भी पूरे मामले की शिकायत मिली थी. इसके बाद राज्य साइबर सेल ने पूरे मामले में तफ्तीश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.

राज्य साइबर सेल को इंदौर के पंजाबी सराफ ज्वेलर्स के मैनेजर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 4 दिसंबर को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मुंबई के नामी ज्वेलर्स के मालिक ने कॉल किया. ट्रूकॉलर पर वह नंबर संबंधित ज्वेलर्स के नाम से दिखा रहा था. उसमें फोटो भी अपलोड थी. कॉल करने वाले ने कहा कि इंदौर में उनका चार लाख का भुगतान अटका है, जो दिल्ली भेजना है. वहां देरी हो रही है तो आप व्यवस्था करा दो. कुछ समय बाद राशि पहुंच जाएगी.

फरियादी ने विश्वास कर अपने रिश्तेदार के माध्यम से दिल्ली में चार लाख का भुगतान कर दिया. इसके बाद आरोपीयो का फोन बंद हो गया. जिसके बाद फरियादी ने धोखाधड़ी की शिकायत राज्य सायबर सेल में की. राज्य सायबर सेल ने करवाई करते हुए राजस्थान के रहने वाले राम कृष्ण और शैतान सिंह को गिरफ्तार किया है.

पूरे देश में सक्रिय हैं गिरोह

राज्य साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह गिरोह पूरे देश में इस तरह से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहा है. बता दें गिरोह काफी स्मार्ट वर्क कर रहा है और संबंधित ज्वेलर्स के नाम पर संबंधित ज्वेलर्स को फोन लगाते हैं. ट्रूकॉलर के माध्यम से फोन लगाने के कारण ट्रूकॉलर पर नामी ज्वेलर्स का नाम आता है. जिसके कारण वे उनके झांसे में आ जाते हैं और पैसे ट्रांसफर कर देते हैं. इस तरह से पूरे देश में यह अभी तक कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.

फिलहाल राज्य साइबर सेल टीम गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए सूरत, जयपुर, दिल्ली, जालौर सहित अन्य जगहों पर भी भेजी गई है. जहां पर काफी बारीकी से जांच पड़ताल भी की जा रही है. इस गिरोह के सरगना मनोहर व उनका भतीजा नरेंद्र सिंह हैं. जो इस पूरे रैकेट को संचालित कर रहे हैं. राज्य साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस गिरोह को पकड़ लिया जाएगा.

हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल जीते हैं ठग

जिन आरोपियों को राज्य साइबर सेल पुलिस ने पकड़ा है, वह काफी हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल जीते हैं. वहीं इस गिरोह के संचालक जो अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. उनके बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि वह बीएमडब्ल्यू व प्लेन से चलते हैं और हमेशा अपने शरीर पर सोने के कई गहने पहने रखते हैं. जिसके कारण कई लोग उनकी बातों में आ जाते हैं. फिर वह ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. फिलहाल पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही राजस्थान के चाचा भतीजे को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एक बड़े रैकेट का जल्द खुलासा हो सकता है.

फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में राज्य साइबर सेल फरार आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करती है. वहीं पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि वह नामी ज्वेलर्स को ही निशाना बनाते थे और उनसे ही ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. उन्होंने इंदौर के साथ ही अन्य शहरों में स्थित नामी ज्वेलर्स को निशाना बनाया और ठगी की वारदातों को अंजाम दिया.

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