इंदौर। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा नशाखोरी और लड़कियों के पहनावे को लेकर दिए गए विवादित बयान के बीच प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने विजयवर्गीय के सूर्पणखा वाले बयान का समर्थन किया है. शनिवार को उषा ठाकुर ने इस मामले पर कहा कि देशभर में पाश्चात्य संस्कृति जिस तेजी से हावी हो रही है ऐसे में यदि हमने सत्य सनातन और वैदिक परंपराओं का पालन नहीं किया तो यह राक्षसी प्रवृत्ति ही कहलाएगा.
विजयवर्गी के समर्थन में संस्कृति मंत्री: भारतीय जनता पार्टी के ग्रामीण कार्यकर्ताओं से चर्चा संबंधी कार्यक्रम के दौरान राज्य की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा हमारे वेदों में और सत्य सनातन परंपरा में वस्त्र कैसे पहनना चाहिए, हमारा रहन सहन कैसा हो, भोजन और दिनचर्या किस तरह की हो, इसका स्पष्ट उल्लेख है. हमारे वस्त्र इतने शालीन तब भी होना चाहिए जब हम सार्वजनिक स्थान पर होते हैं, हमारे वस्तुओं को देखकर किसी के भी मन में दुराभाव उत्पन्न नहीं होना चाहिए. इसलिए हम हमारी संस्कृति, सभ्यता, संस्कार और सनातन परंपरा को पहचाने क्योंकि हमारी संस्कृति भी सात्विकता के विस्तार पर सबसे ज्यादा जोर देती है. हमें संस्कारवान होकर सात्विकता की मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए. इसलिए जो युवा वैदिक सत्य सनातन परंपरा का पालन नहीं करता या उसके विपरीत जाएगा. वह राक्षसी प्रवृत्ति का द्योतक कहलाएगा.
Also Read: ये खबरें भी पढ़ें.. |
कैलाश के बयान पर विवाद: हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने एक कार्यक्रम में लड़कियों की ड्रेस और नशाखोरी पर टिप्पणी करते हुए उन्हें शूर्पणखा बताया था. जिस पर कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय के बयान को लेकर भाजपा से सवाल किया था कि यदि प्रदेश की लड़कियां सूर्पणखा हैं तो उनके भाई कौन हुए. इसके अलावा इस मामले से जुड़ा कैलाश विजयवर्गीय का वायरल वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रहा है जिसे लेकर अलग-अलग राय व्यक्त की जा रही हैं.