इंदौर। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव व इंदौर क्षेत्र क्रमांक-1 के उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय के लिए राहत की खबर है. कांग्रेस द्वारा विजयवर्गीय के खिलाफ ली गई आपत्ति आखिरकार निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दी है. इसी प्रकार कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार राजा मंधवानी के खिलाफ दायर याचिका भी निरस्त हो गई है. आज ही दायर याचिका के निरस्त होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस को आमने-सामने आकर लड़ने और गैर पॉलिटिक्स आईसीएस करने की नसीहत दी है.
मेरे ऊपर चल रहे कई केस, इसमें छुपाना क्या: मंगलवार को विजयवर्गीय ने इस मामले में स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा "मैं फेयर पॉलिटिक्स करता हूं, डर्टी पॉलिटिक्स नहीं, कांग्रेसी 1990 का कोई मामला लाए हैं. उसमें बता रहे हैं कि मैं फरार हूं, लेकिन 1990 के बाद मैं छह विधानसभा और एक महापौर सहित कुल 7 चुनाव लड़ चुका हूं. तब तो कोई नहीं आया. मैं कहता हूं फेयर पॉलिटिक्स करो, आमने-सामने लड़ों. हमारे ऊपर इतने केस चल रहे हैं, तो उसमें छुपाना क्या. सरकार ने ही तो केस लगाए. सरकार से क्या छुपाना."
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर गलती से कुछ इधर-उधर हो गया, तो उसको सही कर लेंगे. हमने कुछ गलत नहीं किया. इस वजह से निर्वाचन आयोग ने नामांकन फॉर्म एक्सेप्ट कर लिया और कांग्रेस की तमाम आपत्तियों को खारिज कर दिया है.
कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ आपत्ति को भी किया खारिज: इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी की बेटी ने अल्पसंख्यक लोगों के साथ फिलिस्तीन और हमास के मारे गए लोगों को मौन श्रद्धांजलि दी और भाषण दिया. साथ ही उसने कहा कि वह फिलिस्तीन और हमास का समर्थन करते हैं. वहीं बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि खरगोन में हुए दंगों की जांच भी करवाएंगे. यह लोग खरगोन में बिना तुष्टीकरण के जीत नहीं सकते, तो ऐसी हरकत की है, जो अक्षम्य है. मुझे नहीं लगता देश की जनता इसे माफ करेगी. इधर विजयवर्गीय के साथ इंदौर में क्षेत्र क्रमांक 4 के कांग्रेस प्रत्याशी राजा मंधवानी के खिलाफ दायर आपत्ति को भी आयोग ने खारिज कर दिया है.