इंदौर। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक विशाल पटेल ने ETV भारत की खबर पर लॉकडाउन के बिछड़े परिवार को मिलाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया हैं. बता दें, लॉकडाउन के चलते एक मजदूर की तीन बेटियां और एक बेटा गुजरात में फंसे हुए हैं. जिसे वापस लाने के लिए वह सरकार से गुहार लगा रहा था. बेटे का इलाज कराने मजदूर अपनी पत्नी के साथ इंदौर लेकिन लॉकडाउन के चलते वापस नहीं जा पाया. इस मामले को ETV भारत ने प्रमुखता के साथ पेश किया था, जिसका असर ये हुआ कि अब इस परिवार को मिलाने लोग आगे आ रहे हैं.
जानें पूरा मामला- लॉकडाउन में बिछड़ा मजदूर का परिवार, मां-बाप गांव में, बेटियां गुजरात में फंसी
देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के रलायता गांव के श्रमिक अंबाराम और उनकी पत्नी सावित्री एक साल पहले मजदूरी करने गुजरात के अमरेली जिले के साजियावदर गांव चले गए थे. वहीं अंबाराम के सबसे छोटे बेटे की तबियत बिगड़ने से अंबाराम ओर सावित्री अपनी तीन बेटियों को गुजरात ही छोड़ कर छोटे बेटे का इलाज कराने के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल ले आए. जहां उसे कुछ दिन भर्ती किया गया लेकिन इसी बीच लॉकडॉउन हो गया और मजदूर अंबाराम की तीनों बेटियां गुजरात में ही फंस गई.
जानें पूरा मामला- ETV भारत की खबर का असर, जल्द दूर होंगी दूरियां...
बता दें, ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था, जिसका असर अब ये हो रहा है कि विधायक विशाल पटेल ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. उन्होंने तुरंत गुजरात के अमरेली जिले के साजियावदर गांव मे फंसी बालिकाओं को लाने के लिए ई-पास को फिल अप करवा कर भोपाल और इंदौर अधिकारियों से ई-पास जनरेट करवाया है. जिसके बाद अब अंबाराम की तीनों बेटियों को लाने की परमिशन मिल गई है.
वहीं, गौतमपुरा नायब तहसीलदार जितेंद्र वर्मा और नगर परिषद सीएमओ ने श्रमिक परिवार के राशन पानी की व्यवस्था की है. विधायक विशाल पटेल ने अपने खर्च से परिवार की तीनो बेटियों को लाने के लिए चार पहिया वाहन भी उपलब्ध कराया है, जिसमें ड्राइवर और अंबाराम गुजरात के लिए रवाना हो गए हैं. बता दें, विधायक की इस दरियादिली से श्रमिक परिवार बेहद खुश है.