इंदौर। कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे धन संग्रह पर विवादित बयान दिया है. झाबुआ में विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि बीजेपी नेता राम मंदिर के नाम पर चंदा उगाही करते हैं और शाम को उसी पैसे से नदी के पास जाकर शराब पीते हैं. ये बयान देखते ही देखते सियासी गलियारों में आग की तरह फैल गया. जिसके बाद कई नेताओं की प्रतिकाओं की बाढ़ आ गई. अब अपने उस विवादित बयान पर कांतिलाल भूरिया ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हम भी राम के भक्त हैं. राम मंदिर बनना चाहिए लेकिन बीजेपी के लोग राशि का दुरुपयोग कर रहे हैं. मैंने जो बयान कहा है उसका मतलब यह है कि राशि का सदुपयोग नहीं हो रहा है.
पहले एकत्रित हुए चंदा का हिसाब दे VHP और BJP
कांतिलाल भूरिया ने कहा कि पिछले सालों में मंदिर निर्माण के लिए महिलाओं ने हाथों की चूड़ियां और मंगलसूत्र तक उतार के दे दिए थे. हजारों करोड़ रुपए चंदा एकत्रित हुआ था. कांतिलाल भूरिया के मुताबिक उन्होंने बस यही पूछा था कि VHP (विश्व हिंदू परिषद) और बीजेपी यह बताए कि उस समय जो रकम एकत्रित हुई थी, वो कहां है और उस समय कितना रुपया एकत्रित हुआ था. यह देश की जनता को जानने का हक भी है.
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'मैं नहीं जनता बोल रही है'
विधायक भूरिया ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा. यह जनता बोल रही है कि राशि का सदुपयोग नहीं हो रहा है. भूरिया ने कहा कि अब भी हजारों टोलियां बना दी गई हैं, जो गांव-गांव शहर-शहर में घूम कर रुपए एकत्रित कर रही हैं. लेकिन हम यह जानना चाहते हैं कि पिछले समय का हजारों करोड़ों रुपए जो एकत्रित हुए थे, वे कहां पर हैं. हमें उसका हिसाब चाहिए.
मंत्री विश्वास सारंग के बयान पर भी साधा निशाना
कांतिलाल भूरिया ने मंत्री विश्वास सारंग पर निशाना साधते हुए कहा कि सारंग चंदे के लिए इकट्ठा की गई पिछली हजार करोड़ की राशि का हिसाब दें. भूरिया ने बीजेपी पर राम के नाम पर जबरन चंदा वसूली कर शराब खोरी करने का आरोप लगाया था. मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए भूरिया की जुबान भी फिसली और उन्होंने कह दिया कि मध्य प्रदेश सरकार को बुजुर्गों को सरकारी संपत्ति घोषित करना चाहिए.
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कांतिलाल भूरिया के बयान पर कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने भी समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि धन संग्रह के नाम पर जो हुआ, वह उन्होंने सरल शब्दों में कहा. कांतिलाल भूरिया के अलावा सज्जन सिंह वर्मा भी 14 सौ करोड़ के धन संग्रह का हिसाब मांग रहे हैं.