इंदौर। शहर के बाद अब कोरोना संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों में अपने पैर पसार रहा है. लगातार इसकी रोकथाम के लिए शासन जिला-प्रशासन अभियान चलाए हुए है, जिसके चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मेरा गांंव कोरोना मुक्त अभियान की शुरुआत की है. इसे लेकर मंगलवार को मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, जिला कलेक्टर मनीष सिंह और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ रेसीडेंसी कोठी पर महत्वपूर्ण बैठक ली.
गांवों में ज्यादा फैल रहा कोरोना
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता आई है. 84 परसेंट शहर से ज्यादा प्रतिशत ग्रामीण का रहा था. टीकाकरण में ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पॉजिटिव पेशेंट आ रहे हैं. उसे लेकर रचना बनायी है. उन्होंने कहा कि देखा गया है कि शहरी क्षेत्र में एक स्थिरता का माहौल आया है लेकिन ग्रामीणों में अभी भी लगातार नए मरीज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी ढाई हजार के आसपास पॉजिटिव मरीज हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाएगा सघन दौरा
सांसद ने बताया कि ग्रामीणों में सर्दी जुखाम होने पर घरों से निकलते नहीं है लेकिन हमारा ऐसा मानना है कि उनको ट्रेस करके उन्हें जल्द से जल्द कोविड-19 सेंटर पहुंचाने का काम करें. इसको लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. साथ ही आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में सघन दौरा भी किया जाएगा.
लॉकडाउन ही थाम सकता है मौत का सिलसिला
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने दिए निर्देश
इंदौर कोविड-19 प्रभारी और मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि गांव का व्यक्ति गांव में रहे, शहर का व्यक्ति शहर में रहे, ताकि इस कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके. दरअसल, बैठक के दौरान मंत्री तुलसीराम सिलावट ने ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना पर चिंता जताते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शुरुआती लक्षण में ही ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार मिले और समय पर उनकी जांच हो. हालांकि देखने में यह आ रहा है कि ग्रामीण सर्दी जुकाम का इलाज घर में है करने लगते हैं और बाद में यह संक्रमण बढ़ जाता है.