इंदौर। मध्यप्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) और आईआईएम (Indian Institutes of Management) मिलकर अपराधियों को पकड़ेगी. जी हां प्रबंधन की सबसे बड़ी संस्था मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस के बीट सिस्टम का मूल्यांकन (Evaluation of Beat System of Indore Police) कर मैनेजमेंट लागू करेगी. आईआईएम इंदौर पुलिस की कार्यप्रणाली का अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर पुलिस के बीट सिस्टम को अपग्रेट किया जा सकेगा.
दरअसल पुलिस का बीट सिस्टम (Police Beat System) जमीनी स्तर पर काम करता है. इस सिस्टम का हिस्सा पुलिसकर्मी सीधा आम जनता के संपर्क में होते है. इससे पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल करती है. मध्यप्रदेश पुलिस के स्तर पर यह बात महसूस की जा रही थी कि यदि पुलिस का बीट सिस्टम में कानून व्यवस्था को लेकर मैनेजमेंट व्यवस्थित रहे तो पुलिसिंग को और प्रभावी बनाया जा सकता है.
यहीं वजह है कि आईआईएम इंदौर अब पुलिस थाने, पुलिस चौकी और चौकी के अंतर्गत बीट कहे जाने वाले क्षेत्रों में आम लोगों के बीच पुलिस के व्यवहार को देखेगी. इसके अलावा अपराध नियंत्रण के साथ अपराधियों को लेकर संबंधित क्षेत्रों में तुरंत कार्रवाई हो सके इसको लेकर भी आईआईएम मूल्यांकन करेगी.
आईआईएम और पुलिस के बीच MoU साइन
इंदौर आईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि हाल ही में आईआईएम इंदौर और मध्यप्रदेश पुलिस की इंदौर रेंज के बीच एक एमओयू (Memorandum of Understanding) साइन हुआ है, जिसमें पुलिस के बीट सिस्टम पर विस्तृत रिसर्च और व्यवस्था का अध्ययन किया जाएगा. इसके बाद एक मैनेजमेंट आधारित रिपोर्ट इंदौर पुलिस को सौंपी जाएगी, जिसमें पुलिस के बीट सिस्टम को और ज्यादा चुस्त-दुरुस्त बनाने के सुझाव रहेंगे.
उत्तर प्रदेश की पुलिस बीट सिस्टम का किया मूल्यांकन
आईआईएम इंदौर के डायरेक्टर प्रो. हिमांशु राय ने बताया कि यूपी और मध्यप्रदेश पुलिस के बीट सिस्टम में व्यवस्थागत सुधार की काफी गुंजाइश रही है. मध्यप्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाया है. बीते साल उत्तर प्रदेश में भी बढ़ते अपराध को रोकने के लिए यूपी पुलिस ने बीट सिस्टम सुधारने के लिए इंदौर आईआईएम से संपर्क किया था. इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने भी इस व्यवस्था को राज्य में लागू करने का फैसला किया है.
क्या होता है पुलिस का बीट सिस्टम
पुलिस का बीट सिस्टम जमीनी स्तर पर लागू होता है. थाना क्षेत्रों की बीट में मोटरसाइकिल पर दो पुलिसकर्मी लगातार अपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण करने के लिए सक्रिय रहते हैं. जिनसे आम जनता और मुखबिर का सीधा संपर्क रखते है. ऐसी स्थिति में सबसे पहले किसी भी अपराध अथवा अपराधी को लेकर सूचना बीट में काम करने वाले पुलिसकर्मियों के पास आती है.
बीट सिस्टम से जुडे पुलिसकर्मी डायल 100 के पुलिसकर्मियों के साथ संपर्क में रहते हैं. अपराध से जुड़ी किसी भी स्थिति में तत्काल कार्रवाई करने के लिए बीट के पुलिसकर्मी और डायल 100 पुलिसकर्मी मिलकर मौके पर पहुंचते हैं. जो प्रथम दृष्टया कार्रवाई भी करते हैं. यही वजह है कि पुलिस के इस प्राथमिक सिस्टम पर अब उच्च स्तर पर भी फोकस किया जा रहा है.
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पुलिस की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन
पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए आईआईएम इंदौर के साथ एमओयू साइन किया था. आईआईएम पुलिस की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करेगी. संस्था जो भी सृजनात्मक सुझाव देगी उसके आधार पर बदलाव भी किया जाएगा. यह संस्था विशेष तौर पर पुलिस की बीट सिस्टम का मूल्यांकन करेगी.
- हरिनारायणाचारी मिश्र, आईजी, इंदौर