इंदौर। शहर में करनी सेना ने आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट की मौजूदा व्यवस्था को हटाने के लिए रैली का आयोजन किया. जिसमें करनी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने बताया कि प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी हैं नदी-नाले उफान पर है उसके बाद लाखों की संख्या में लोग आरक्षण के विरोध यहां पर आए. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई समाजिक संगठनों अंदोलन किए अन्ना हजारे,अरविंद केजरीवाल, हार्दिक पटेल, महाराष्ट्र में मराठा सभी आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट को हटाने के अंदोलन कर चुके हैं. लेकिन सरकार की मंशा वोट बैंक की है इसलिए अब तक ऐसा नहीं हो पाया है.
उन्होंने कहा कि अब बाबा साहब ने आरक्षण की व्यवस्था दस साल के लिए की थी पर देश कि राजनीति के चलते ये अब तक जारी है. 70 साल बाद भी देश में 75 प्रतिशत लोग गरीबी के नीचे जी रहे है, जबकि आरक्षण का लाभ राष्ट्रपति, मंत्री और IAS अफसर ले रहे हैं इसलिए अब आरक्षण की समय सीमा खत्म हो रही है उनकी केन्द्र सरकार से मांग है कि आरक्षण को आर्थिक आधार पर कर दिया.
उन्होंने कहा कि चुनान के समय अगर केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत आरक्षण को आर्थिक आधार पर करने मांग को मान लेते तो उनका बेटा विधानसभा चुनाव नहीं हारता.
वहीं एट्रोसिटी एक्ट का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री की हत्या हो जाए तो उसकी भी जांच होती है पर एट्रोसिटी एक्ट में समान्य लोगों को सीधे जेल में डाल दिया जाता है जोकि गलत है, देश में सभी के लिए एक का कानून होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अब करनी सेना भारत के सभी राज्यों में आरक्षण की मौजूदा व्यवस्था और एट्रोसिटी एक्ट को लेकर चर्चा कर रही उसके बाद केंद्र सरकार को घेरने का काम करेंगे.