इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए होलिका दहन और धुलेड़ी को प्रतिबंधित किए जाने का विरोध शुरू हो गया है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत हिंदू संगठनों ने इस फैसले को आपत्तिजनक करार देते हुए प्रतिबंध पर पुनर्विचार की मांग की है. वहीं जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जिस तेजी से संक्रमण फैल रहा है और अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं बची है, ऐसी स्थिति में सख्ती बरतना जरूरी हो गया है.
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होलिका दहन रोकना अनुचित !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 26, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इंदौर के जिला प्रशासन ने होली दहन नहीं करने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला है। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करे। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।
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— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 26, 2021
इंदौर के जिला प्रशासन ने होली दहन नहीं करने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला है। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करे। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।होलिका दहन रोकना अनुचित !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 26, 2021
इंदौर के जिला प्रशासन ने होली दहन नहीं करने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला है। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करे। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।
कैलाश विजयवर्गीय ने जताई असहमति
इंदौर में क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी के इस फैसले के बाद जो आदेश जारी हुआ, उससे सत्ताधारी दल के ही कई नेता असहमत नजर आए. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर इस फैसले पर आपत्ति जताई है. कैलाश विजयवर्गीय ने इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है. वहीं हिंदू संगठनों के कई प्रतिनिधियों ने आज इस मुद्दे पर कलेक्टर मनीष सिंह के साथ चर्चा की. हालांकि सभी को शहर की नाजुक स्थिति से अवगत कराए जाने के बाद प्रतिबंध के फैसले पर फिलहाल सभी सहमत नजर आ रहे हैं.
होलिका दहन में छूट के लिए कोशिशें जारी
इधर होलिका दहन के लिए कुछ समय की छूट प्रदान की जा सके, इसके लिए भी मुख्यमंत्री के स्तर पर प्रयास हो रहे हैं. हाल ही में इस आशय का एक पत्र भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी मोघे ने मुख्यमंत्री को भेजा है. इधर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है वर्तमान में इंदौर की स्थिति ऐसी है कि किसी भी तरह की छूट और राहत मिलने से शहर में संक्रमण की स्थिति बेकाबू हो जाएगी. जिसको संभालना प्रशासन और पुलिस के लिए भी मुश्किल हो जाएगा. लिहाजा क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने जो निर्णय लिया है. वही आगामी आदेश तक प्रभावी रहेगा.