इंदौर। बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर स्थित अपने आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं. कैलाश विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कोरोना वायरस को लेकर जांच करने की गई केंद्रीय टीम पर दिए बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जता रहे हैं.
कैलाश विजयवर्गीय का आरोप है कि केंद्र के द्वारा जो राहत राशि पश्चिम बंगाल सरकार को भेजी जा रही है. वह टीएमसी के कार्यकर्ता अपने घरों से बांट रहे हैं. साथ ही केंद्र द्वारा जो टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई. उसे लेकर भी वहां के प्रमुख सचिव गलत टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में केंद्र द्वारा प्रत्येक व्यक्ति के लिए राशन भिजवाया जा रहा है, लेकिन वह राशन लोगों में वितरित ना होकर टीएमसी कार्यकर्ताओं के घर भेजा जा रहा है. वहीं बीजेपी के जो सांसद राहत सामग्री एकत्रित करके लोगों में बांट रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार कर घर बैठाया जा रहा है.
कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस रहे डॉक्टरों के लिए पीपीपी किट और दूसरी सामग्री भी भेजी गई लेकिन वह भी डॉक्टरों तक नहीं पहुंची है. उसका उपयोग टीएमसी के नेता कर रहे हैं. दरअसल, कोरोना संकट के बीच केंद्रीय टीम कोरोना ग्रसित सभी राज्यों का जायजा करने पहुंची हैं. जहां केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल भी पहुंची थी. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में आई केंद्र की टीम पर विवादित बयान दिया. ममता ने कहा कि केंद्र की टीम राज्य में राजनीतिक वायरस फैलाने आई थी.
बता दें इससे पहले इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम ने कोरोना मरीजों और स्वास्थ्य संसाधनों की वास्तविक स्थित ना बताने पर नाराजगी जताई थी. ममता के बयान को लेकर एक बार फिर देश में राजनीति गरमा गई है. चारों तरफ सीएम ममता के बयान का विरोध हो रहा है. वहीं आज कैलाश विजयवर्गीय भी इस बयान के विरोध में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे.