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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया इंदौर का दौरा, विरोधी गुट के नेताओं से भी की मुलाकात

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर का दौरा किया. इस दौरे में सिंधिया ने अपने विरोधी गुट के नेताओं से भी मुलाकात की है. इस मुलाकात को प्रदेश अध्यक्ष के पद से जोड़कर देखा जा रहा है.

सिंधिया का इंदौर दौरा
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Published : Sep 17, 2019, 1:07 PM IST

इंदौर| मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चल रही खींचतान के बीच एक बड़े दावेदार और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के इंदौर दौरे के दौरान एक नया सियासी अंदाज नजर आया. उनके इस दौरे को समर्थकों की नब्ज टटोलने के तौर पर देखा जा रहा है, बता दे कि सिंधिया आम तौर पर कार्यकर्ताओं के घर जाने से कतराने वाले नेताओं में गिने जाते हैं. इस दौरान वह विरोधी गुट के नेताओं से भी मिले. सिंधिया अपने इस प्रवास के दौरान उन नेताओं के घर भी गए, जो कांग्रेस में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी के करीबी माने जाते हैं.

सिंधिया का इंदौर दौरा
विरोधी गुट के नेताओं से कि मुलाकातकांग्रेस नेता सिंधिया ने अपने प्रवास के दौरान सुरेश पचौरी के धुर समर्थक विधायक संजय शुक्ला के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और अलग से चर्चा की. इसके अलावा सिंधिया ने कमलनाथ के करीबी विनय बाकलीवाल, दिग्विजय समर्थक नेताओं पंकज सिंघवी, सत्यनारायण पटेल सहित अन्य कई नेताओं से मुलाकात की.


इस दौरान उन्होंने कहा कि इंदौर उनका घर है. हर कार्यकर्ता से मुलाकात हुई, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की सुनवाई हो, उनकी समस्याओं का समाधान निकले, जनता की विकास की योजनाएं बनें. वहीं संगठन की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि संगठन को पुनर्जीवित करना जरूरी है, सिर्फ प्रदेश ही नहीं पूरे देश में ये हम सभी की जिम्मेदारी है. जहां तक प्रदेशाध्यक्ष की बात है, उसे हाईकमान को तय करना है.


कार्यकर्ताओं का रहा जमावड़ा
सिंधिया के इंदौर दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं का खासा जमावड़ा रहा और रंगून गार्डन के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की की भी स्थिति बनी. जहां मंच पर से कुछ कार्यकर्ता गिर भी गए. वहीं सिंधिया ने ट्वीट किया "कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बनी है. मध्य प्रदेश में उनका मान-सम्मान बनाए रखना मेरा फर्ज है."


बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. इसी के बाद से राज्य के नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर कवायद चल रही है. कमलनाथ और सिंधिया की पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी हो चुकी है.वहीं सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा दावेदार भी माना जा रहा है, राज्य सरकार के कई मंत्री खुले तौर पर सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की वकालत कर चुके हैं. वहीं सिंधिया का रास्ता रोकने के लिए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की ओर से पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं.

इंदौर| मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चल रही खींचतान के बीच एक बड़े दावेदार और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के इंदौर दौरे के दौरान एक नया सियासी अंदाज नजर आया. उनके इस दौरे को समर्थकों की नब्ज टटोलने के तौर पर देखा जा रहा है, बता दे कि सिंधिया आम तौर पर कार्यकर्ताओं के घर जाने से कतराने वाले नेताओं में गिने जाते हैं. इस दौरान वह विरोधी गुट के नेताओं से भी मिले. सिंधिया अपने इस प्रवास के दौरान उन नेताओं के घर भी गए, जो कांग्रेस में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी के करीबी माने जाते हैं.

सिंधिया का इंदौर दौरा
विरोधी गुट के नेताओं से कि मुलाकातकांग्रेस नेता सिंधिया ने अपने प्रवास के दौरान सुरेश पचौरी के धुर समर्थक विधायक संजय शुक्ला के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और अलग से चर्चा की. इसके अलावा सिंधिया ने कमलनाथ के करीबी विनय बाकलीवाल, दिग्विजय समर्थक नेताओं पंकज सिंघवी, सत्यनारायण पटेल सहित अन्य कई नेताओं से मुलाकात की.


इस दौरान उन्होंने कहा कि इंदौर उनका घर है. हर कार्यकर्ता से मुलाकात हुई, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की सुनवाई हो, उनकी समस्याओं का समाधान निकले, जनता की विकास की योजनाएं बनें. वहीं संगठन की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि संगठन को पुनर्जीवित करना जरूरी है, सिर्फ प्रदेश ही नहीं पूरे देश में ये हम सभी की जिम्मेदारी है. जहां तक प्रदेशाध्यक्ष की बात है, उसे हाईकमान को तय करना है.


कार्यकर्ताओं का रहा जमावड़ा
सिंधिया के इंदौर दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं का खासा जमावड़ा रहा और रंगून गार्डन के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की की भी स्थिति बनी. जहां मंच पर से कुछ कार्यकर्ता गिर भी गए. वहीं सिंधिया ने ट्वीट किया "कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बनी है. मध्य प्रदेश में उनका मान-सम्मान बनाए रखना मेरा फर्ज है."


बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. इसी के बाद से राज्य के नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर कवायद चल रही है. कमलनाथ और सिंधिया की पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी हो चुकी है.वहीं सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा दावेदार भी माना जा रहा है, राज्य सरकार के कई मंत्री खुले तौर पर सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की वकालत कर चुके हैं. वहीं सिंधिया का रास्ता रोकने के लिए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की ओर से पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं.

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SCINDHIA MEET TO CONGRESS LEADER IN INDORE 


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