इंदौर। शहर के छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र में पुलिस कंट्रोल रूम पर महिला एएसआई को गोली मारकर घायल करने और खुद गोली मारकर आत्महत्या करने वाले थाना प्रभारी के मामले में इंदौर पुलिस ने जांच पूरी करते हुए चार आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. ये घटना 24 जून को हुई थी.
महिला एएसआई गंभीर घायल हुई थी : इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में भोपाल के श्यामला हिल्स थाना प्रभारी हाकम सिंह पंवार ने पहले लेडी ASI रंजना को गोली मारी, फिर खुद के सिर पर फायर कर दिया था. इसमें रंजना गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि पंवार की मौके पर ही मौत हो गई थी. मामले की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. टीम ने लगभग 15 दिनों में साक्ष्यों की जांच की. मृतक के परिजनों के बयान के अलावा, रंजना और उसके भाई व पंवार की पत्नी होने का दावा करने वाली एक महिला के बयान लिए थे. तमाम छानबीन के आधार पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया है.
एएसआई के भाई की हो चुकी है मौत : रंजना उसका मृतक भाई कमलेश, रेशमा उर्फ़ जग्गू व एक कपड़ा व्यापारी गोविन्द जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज किया है. रंजना के भाई कमलेश की कुछ दिनों पहले ही रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई. जो महिला पुलिस कर्मी गोली लगने से घायल हुई थी, वह पंवार को अपने पितातुल्य बता चुकी थी. जबकि ये बातें निकलकर सामने आ रही थीं कि उसी ने पंवार को ब्लैककमेल किया.
महिला भी कर रही थी ब्लैकमेल : गोलीकांड के तुरंत बाद रेशमा नामक महिला अस्पताल पहुंच गई थी. रेशमा ने दावा किया था कि वह पंवार की पत्नी है. कई वर्ष पूर्व उसने और इसंपेक्टर ने विवाह कर लिया था, वह मुस्लिम थी लेकिन शादी के बाद वह हिन्दू बन गयी. उसने एक मकान के लोन संबंधी दस्तावेज भी प्रस्तुत किये थे. पुलिस ने उक्त महिला को भी जाँच के दायरे में रखा था. पुलिस ने जब छानबीन की तो मोबाइल में कई ऑडियो मिले, जिसमे वह इंस्पेक्टर पंवार से पैसों की मांग कर रही थी. इस बारे में हरिनारायण चारी मिश्रा, पुलिस कमिश्नर, इंदौर का कहना है कि जांच करने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. (Investigation confirms blackmailing) (FIR against four people) (Four people for abetment to suicide)