इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को मिले ई-मेल के बाद चंदन नगर में रहने वाले सरफराज को इंटेलिजेंस एजेंसियों ने रडार पर ले लिया था. इंदौर इंटेलिजेंस ब्यूरो सहित कई खुफिया विभागों ने उससे पूछताछ के 30 बिंदु निर्धारित कर सवाल-जवाब किए. इनमें उसके किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.
संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के साक्ष्य नहीं: सरफराज ने थाने पहुंचकर पूरे मामले में तमाम साक्ष्य पेश करते हुए पुलिस के सवालों के जवाब दिए. इसके बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो सहित एनआईए और मध्यप्रदेश व मुंबई एटीएस के अधिकारियों द्वारा सरफराज से पूछताछ की गई. इसमें सरफराज ने चीन में रुकने के कारण बताते हुए कई दस्तावेज भी अधिकारियों के सुपुर्द किए हैं. उसके जवाबों से संतुष्ट अधिकारियों ने सरफराज को घर जाने की इजाजत दे दी. अधिकारियों का कहना है कि अभी तक सरफराज के किसी भी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं. उसके दस्तावेजों की जांच की जा रही है. जरूरत पड़ी तो सरफराज को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
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चीन में रहने वाली पत्नी से विवाद: बताया जा रहा है कि सरफराज का चीन में रहने वाली अपनी पत्नी से तलाक को लेकर विवाद चल रहा है. इसी पत्नी के वकील द्वारा सरफराज को फंसाने के उद्देश्य से यह मेल एनआईए को भेजा गया था. पड़ताल के दौरान यह बात भी सामने आई है कि वह पांचवीं क्लास तक पढ़ा है लेकिन उसे कई भाषाओं की अच्छी जानकारी है. वह कई भाषाएं बोल और लिख सकता है. उसने पुलिस को बताया कि वह जिस देश में भी जाता था, वहां की लैंग्वेज सीख लेता था. यही वजह है कि उसे 4-5 लैंग्वेज आती हैं.
2017-18 में इंदौर में सेटल हो गया: जांच के दौरान पता चला कि सरफराज साल 2005 में भारत वापस आ गया था. 2017-18 में उसने इंदौर में रहने वाली एक युवती से शादी कर ली और वहीं सेटल हो गया. इस शादी के बाद ही चीन में रहने वाली पत्नी से सरफराज का विवाद हुआ. उसने तलाक देने की कोशिश की तो विवाद खड़ा हो गया. इसी पत्नी के वकील ने NIA को वह मेल भेजकर सरफराज को परेशान करने की योजना बनाई थी. फिलहाल, पुलिस इन सारी कड़ियों को जोड़कर उसके हर मूवमेंट पर निगरानी रख रही है.