इंदौर। देश भर में आज करवा चौथ का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, बता दें, करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, जहां महिलाएं अपने घर में सुबह से पूजन पाठ कर, शाम को चांद देखकर, भगवान से अपने पति की लंबी उम्र की कामना कर अपना निर्जला व्रत तोड़ती हैं. इंदौर की सेंट्रल जेल में कुछ इस तरह का ही नजारा देखने को मिला, यहां पर महिला व पुरुष कैदियों ने करवा चौथ का त्यौहार मनाया.
इंदौर की सेंट्रल जेल में हर त्यौहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, चाहे वह राखी हो, ईद हो या दीपावली. सभी त्योहारों पर इंदौर की सेंट्रल जेल में काफी अच्छे बंदोबस्त जेल प्रबंधन, कैदियों के लिए करता आया है. इसी क्रम में करवा चौथ के अवसर पर इंदौर जेल प्रबंधन ने महिला और पुरुष बंदियों के लिए त्यौहार मनाने की व्यवस्था की.
सात दंपति काट रहे जेल में सजा
बता दें, इंदौर की सेंट्रल जेल में 7 ऐसे बंदी ऐसे हैं, जो अपनी पत्नियों के साथ ही सजा काट रहे हैं और उनको करवा चौथ जैसे त्यौहार को मनाने में किसी तरह का कोई विघ्न ना हो इसके लिए इंदौर की सेंट्रल जेल में महिला बंदियों को करवा चौथ मनाने की अनुमति दी गई. इसके तहत जेल प्रबंधन ने जेल में सजा काट रहे दंपतियों को चांद देखने के साथ पूजा करने की अनुमति दी. इसी कड़ी में जैसे ही रात 8:40 के आसपास करवा चौथ का चांद निकला,जेल में महिला बंदियों ने अपने पति की पूजा की, और चांद देखकर उनकी लंबी उम्र की कामना की.
रखा निर्जला उपवास
इस दौरान जेल प्रबंधक में महिला कैदियों को वह सारा सामान भी उपलब्ध करवाया जो पूजा के समय उपयोग में आता है. महिला बंदियों ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए सुबह से ही निर्जला उपवास रखा था. जेल प्रबंधन ने ऐसी महिलाओं पर विशेष निगाह रखी और उन्हें किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो इसका भी ध्यान रखा. इंदौर की सेंट्रल जेल में तकरीबन 7 ऐसे बंदी है जो अपनी पत्नियों के साथ इंदौर की सेंट्रल जेल में सजा काट रहे हैं, अतः करवा चौथ त्यौहार पर ही उन्हें एक दूसरे से मुलाकात करवाई जाती है, बाकी दिनों अलग-अलग बैरक में ही अपनी सजा काटते हैं.
गौरतलब है कि, इंदौर के सेंट्रल जेल में तकरीबन 2500 से अधिक बंदी बंद है, सभी बंदियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इंदौर का सेंट्रल जेल प्रबंधन इस तरह की व्यवस्था अलग-अलग बंदियों के धर्म को ध्यान में रखते हुए करता रहता है.