इंदौर। हिट एंड रन के प्रस्तावित कानून के खिलाफ देशभर में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर अब सब्जी मंडियों में नजर आने लगा है. स्थिति यह है कि एक ही दिन में सभी सब्जियों के भाव में करीब 400 फ़ीसदी का उछाल देखा जा रहा है. प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम फल सब्जी मंडी में हड़ताल के कारण एक चौथाई भी सब्जियां नहीं पहुंची, लिहाजा सब्जियों के भाव सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं. जिससे अब थोक विक्रेता के साथ आम ग्राहक भी परेशान हैं.
हड़ताल का असर: दरअसल हिट एंड रन के प्रस्तावित कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्ट यूनियन एवं तमाम ड्राइवर यूनियन के विरोध के चलते न केवल पेट्रोल पंप पर लंबी लाइन लगी हैं वही प्रदेश के विभिन्न जिलों में दूध की सप्लाई पर भी खासा असर देखा जा रहा है. बस एवं ट्रक ड्राइवर की हड़ताल के कारण इंदौर के कई स्कूलों में छुट्टी करनी पड़ी है.
नहीं पहुंचे फल और सब्जियां: चोइथराम फल सब्जी मंडी में सब्जी और फल लेकर आने वाली गाड़ियां नहीं पहुंची. रोज के हिसाब से आने वाली सब्जियों की आपूर्ति मंडी में एक चौथाई भी नहीं हुई. इंदौर फल सब्जी मंडी व्यापारी संघ के मुताबिक 31 दिसंबर को मंडी बंद हुई थी. 1 तारीख को छुट्टी रहने के कारण आज जब मंडी खुली तो सब्जियां लेकर जो गाड़ियां 500 से 600 की संख्या में आती थीं वह घटकर 100 से 150 हो गई. इसी प्रकार रोज दो से तीन फल के ट्रक आते थे वह आज एक भी नहीं आए.
4 गुना महंगी सब्जी: मंडी में जो सब्जी 25 से 30 रुपए किलो के भाव में बिक रही थी वह अब 60 से ₹70 किलो के भाव से मंडी में ही बिक रही है. यही सब्जी फुटकर सब्जी विक्रेताओं के जरिए आम ग्राहकों तक पहुंचते पहुंचते 80 से 90 रुपए किलो बिक रही है. फिलहाल सब्जी मंडी में जो 25 फ़ीसदी सब्जी पहुंची उसमें टमाटर ₹300 कैरेट के स्थान पर ₹700 कैरेट के हिसाब से बिका जो शिमला मिर्च ₹25 से ₹50 किलो बिक रही थी वह 75 से ₹100 किलो बिकी. हरा मटर ₹20 के स्थान पर 80 से ₹100 किलो बिका. अमूमन सभी सब्जियों को लेकर यही स्थिति बनी हुई है.
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ट्रांसपोर्टर मांग रहे हैं डबल भाव: इंदौर से जो सब्जियां रोज ट्रक के माध्यम से मुंबई भेजी जाती हैं वह भी लगभग बंद हो गई है. मुंबई भेजने में जो गाड़ी 30000 भाड़ा लेती थी, ट्रांसपोर्टर को आज 70000 रुपए देने पड़े क्योंकि डीजल की किल्लत के बावजूद ड्राइवर गाड़ी चलाने को तैयार नहीं हैं. मंडी व्यापारी एसोसिएशन के मुताबिक पहले दिन यदि सब्जियों के भाव इस कदर बड़े हैं तो हो सकता है कि आने वाले समय में सब्जियों के भाव में और इजाफा हो.