इंदौर। रामनवमी पर इंदौर के बालेश्वर मंदिर में बावड़ी धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोग बावड़ी की छत पर बैठकर हवन कर रहे थे. हादसे से पहले का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें सभी मृतक हवन और यज्ञ करते हुए दिखाई दे रहे हैं. गौरतलब है कि वीडियो के पहले एक सेल्फी भी वायरल की गई थी. वायलर वीडियो में यज्ञ शुरू होने के बाद मंदिर में मौजूद श्रद्धालु बावड़ी के ठीक ऊपर बने स्लैब पर ही पूजा करते नजर आ रहे हैं.
कुएं-बावड़ियों पर अवैध निर्माण, 4 पर चला बुलडोजर: इंदौर के स्नेह नगर में 36 बेकसूर श्रद्धालुओं की मौत के बाद चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कुएं-बावड़ियों के अवैध निर्माणों को हटवाने, खुले बोरवेल को बंद करवाने का सर्वे कराया. जिसमें करीब 50 ऐसे स्थान हैं जिनमें कुआं और बावड़ी पर अवैध निर्माण किए गए हैं. आज ऐसे ही चार अवैध निर्माण जिनमें शहर के ढक्कनवाला कुआं, सुखलिया और गाडराखेड़ी में कुएं-बावडिय़ों को मुक्त कराया गया है. बताया जाता है कि इंदौर जिला प्रशासन ने शुरुआती दौर में ही 50 से अधिक अवैध निर्माण, अतिक्रमण चिन्हित किए हैं जिन पर स्कूल, मकान, दुकान और रोड तक का निर्माण हो गया है. प्रमुख रूप से गाडराखेड़ी में खाटू श्याम मंदिर में कुएं को कवर करना, मल्हारगंज थाने के पीछे महंत कॉम्प्लेक्स में भी कुएं को कवर करने के साथ राजमोहल्ला में परसराम पुरिया स्कूल में कुएं को कवर कर कमरे बना लिए जाना बताया गया है.
यहां हुआ अवैध निर्माण: इधर शहर के छत्रीबाग में हनुमान मंदिर के कुएं की मुडेर बनवाने की जरुरत बताई और गोराकुंड चौराहा पर जानकीनाथ मंदिर के पीछे बावड़ी पर ही भवन का निर्माण कर लिया. इसी तरह स्नेहलतागंज में श्रीनाथ निकेतन में कुएं पर स्लैब डालकर फ्लेट का निर्माण तो राजकुमार पुल के पास हम्प्टी-डम्प्टी स्कूल के सामने कुएं पर स्लैब डाल दी. खटीक समाज धर्मशाला भागीरथपुरा मंदिर के कामन एरिया में स्थित कुएं को भी स्लैब डालकर बंद कर दिया गया है. वहीं बड़ी भमोरी में कुएं के ऊपर मंदिर, तो मेघदूत नगर, शिव शक्ति नगर, शारदा नगर, सुखलिया से लेकर बजरंग नगर, नंदा नगर, सुभाष नगर, विजय नगर, सत्यसांई चौराहा के आगे शालीमार टाउनशिप के सामने, सोलंकी नगर, अटल द्वार के पास, नेहरू नगर, गोमा की फेल, वल्लभ नगर मार्केट में तो बावड़ी पर स्लैब डालकर दुकानों का निर्माण किया जाना उजागर हुआ है.
अवैध निर्माण को हटाने की तैयारी में प्रशासन: इसी तरह अमर टेकरी में भी कुएं से लगकर 6 दुकानें बना डाली हैं. इंडस्ट्री हाउस के पास एबी रोड पर पलासिया के जैन मंदिर के पास कॉमन एरिया में स्थित कुएं पर स्लैब डाल दी, तो इसी तरह बैकुंठ धाम, टेलीफोन नगर के अलावा जनता कालोनी की बावड़ी के ऊपर भी मकान बना लिया. दौलतगंज ऊर्दू स्कूल पर कुएं पर स्लैब डाल दी, तो सरदार पटेल चौराहा पर निगम द्वारा निर्मित दुकान के अंदर कुएं पर स्लैब डाली गई. इसी तरह रूपराम नगर में शिव मंदिर, रावजी बाजार थाने के पास लाल मंदिर में भी कुओं पर स्लैब डाली गई है और विष्णुपुरी शिव मंदिर में भी यही स्थिति है और उस स्लैब पर लोग खड़े भी होते हैं. इतना ही नहीं, योजना 97 में ओम हाइट्स बिल्डिंग परिसर में तो कुएं की स्लैब पर आवागमन होता है, तो चोईथराम स्कूल में कुएं पर स्लैब डालकर एंट्री बना ली गई है. 71 सेक्टर बी के उद्यान के कुएं को भी कवर लिया, तो गंगा बगीचे के पास नंदन नगर में भी कुएं के ऊपर से ही आवागमन चल रहा है. नतीजतन जिला प्रशासन ने उक्त अवैध निर्माण को हटाने की तैयारी भी कर रखी है.
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हाईकोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका: बेलेश्वर महादेव झुलेलाल मंदिर की बावड़ी पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण का मामला इंदौर हाई कोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से दायर किया गया है. यचिकाकर्ता दिलीप कौशल (पूर्व पार्षद) ने इंदौर नगर निगम पर गंभीर आरोप लगते हुए न्यायलय के समक्ष नगर निगम के पूर्व किये सर्वे में शहर सीमा में कुएं एवं बावड़ियों सहित 609 जलाशय पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण सम्बंधित दस्तावेजों के साथ-साथ सम्पूर्ण शहर में हजारों नोटिस देने के बाद कारवाई नहीं करने के तथ्य भी कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर जनहित याचिका दायर की है. संभवत आगामी दो से तीन दिनों में सुनवाई हो सकती है. कौशल ने बताया '' इंदौर में सुरक्षा, पार्किंग और आपदा से निपटने की लिए पर्याप्त संसाधन ही नहीं है, नगर निगम के भवन अधिकारी आम-जन की समस्याओ को नजर अंदाज कर आला अफसरों और नेताओं की चाटुकारिता में लगे रहते हैं, जिसका परिणाम सबके सामने है. स्नेह नगर के रहवासियों द्वारा कई बार उक्त अवैध निर्माण की शिकायतें नगर निगम आयुक्त से की थीं, परंतु व्यापक जनहित की कारवाई क्यों नहीं की गई. अधिकारी अपने विधिक दायित्व का निर्वाह नहीं कर केवल टालमटोल करते हैं. यहाँ तक की CM हेल्प लाइन पर भी असत्य जवाब देकर उच्च अधिकारियों के निर्देशों का सरेआम उलंघन करते हैं.''