इंदौर। 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिवस के पहले प्लेनरी सेशन में शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान पहुंचे. यहां उन्होंने एक सत्र इनेबलिंग ग्लोबल मोबिलिटी ऑफ इंडियन वर्क फोर्स को संबोधित किया(Indore pravasi bharatiya sammelan). इस दौरान प्रधान ने कहा कि, भारत लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है. विश्व में सर्वाधिक कुशल युवा वर्कफोर्स भारत में है. लगभग 3.2 बिलियन भारतीय युवा विश्व के अलग-अलग देशों में कार्यरत हैं. इसके साथ ही उन्होंने भारत किस तरह से आगे बढ़ रहा है, इसके बारे में भी जानकारी दी.
हमारे देश के बारे में मंत्री प्रधान ने बताया: धर्मेंद्र प्रधान ने इस कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा(Dharmendra Pradhan reach NRI Sammelan), "पड़ोसी देश के सामान को लेकर सबके मन में चिंता रहती है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता है. हमारी क्षमताएं अलग है. जब कोरोना आया था, हम पीपीई किट नहीं बनाते थे, लेकिन आज हम पीपीई किट निर्यात करते हैं. याद करिए एक समय में भारत में गेहूं नहीं था. हम अमेरिका से सड़ा हुआ पीएल 4 गेहूं मंगवाते थे. अब समय बदल गया है. कोरोना काल में हमने 140 देशों को दवाएं दी हैं, जिसमें से 40 देशों को हमने मुफ्त में दवा दी. आज विश्व की ऐसी कोई बड़ी कंपनी नहीं होगी, जिसका चेन्नई, बेंगलुरू, दिल्ली, मुंबई में ऑफिस ना हो, यह हमारा भारत है."
भारत ग्लोबल मैनपॉवर बनाने वाला देश बनेगा: धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, "चौथी सदी में ही उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने ग्रहों की गणना कर दी थी और वराहमिहिर, ब्रह्मगुप्त, भास्कराचार्य जैसे विद्वानों ने ग्लोबल मैप की परिकल्पना कर ली थी. ये हम सब मानते हैं कि भारत विश्वगुरु था और फिर विश्व गुरु बनेंगे पर सैन्य शक्ति से नहीं इंटेलेक्चुअल ताकत से बनेंगे. इस सोच से नवाचार आता है. आप सब अनुभव करते होंगे कि दुनिया के कुछ हिस्सों में कुछ उत्पादकों के उत्पाद अप टू मार्क नहीं होते. ऐसे में इस 21वीं सदी में हमारा रोल महत्वपूर्ण हो जाता है. अब प्रधानमंत्री ने नई एजुकेशन पॉलिसी लागू की है. इससे भारत ग्लोबल मैनपॉवर बनाने वाला देश बनेगा."
पीबीडी से MP को क्या होगा लाभ: टेक्नोलॉजी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है. टेक्नोलॉजी के कारण आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक बदलाव हो रहा है. भारत का तेजी से विकास हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. फिलहाल जिस तरह से प्रवासी भारतीय सम्मलेन में कई केंद्रीय मंत्री और प्रदेश के मंत्रियों ने शिरकत की और सभी ने विभिन्न फील्ड में भारत के विकास की बात कही है. अब देखना होगा कि इस प्रवासी सम्मलेन से मध्यप्रदेश और देश को किस तरह का फायदा मिलता है.