इंदौर। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जहां मास्क जरूरी है, पर यही मास्क पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया है, लॉकडाउन खुलने के बाद जितने अपराध हो रहे हैं, उनमें सीसीटीवी फुटेज के बावजूद मास्क लगाए रहने के कारण आरोपी को पहचानना मुश्किल हो रहा है. कई शातिर अपराधियों के लिए मास्क चेहरा छिपाने का नकाब भी साबित हो रहा है. इन हालातों में चेहरे से पहचान कर अपराधियों की धरपकड़ करना मुश्किल हो रहा है. लिहाजा पुलिस भी अब अपराधियों को पकड़ने के वैकल्पिक उपायों पर फोकस करने को मजबूर है.
10 जुलाई को परदेसीपुरा चौराहे पर स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में जिन चारों बदमाशों ने 5 लाख 34 हजार की डकैती को अंजाम दिया था, उनके फुटेज भागते हुए नजर आए, लेकिन सभी के चेहरे पर मास्क था. बैंक में एंट्री के समय भी चारों ने मास्क नहीं हटाया था, इसके बाद पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले थे, इस दौरान पुलिस को एक फुटेज ऐसा मिला था, जिसमें भागते आरोपी का मास्क कुछ देर के लिए चेहरे से हट गया था. जिसके कारण आरोपियों की धरपकड़ की जा सकी, लेकिन अन्य तीन लुटेरों में से किसी का भी चेहरा स्पष्ट नहीं हो पाया था.
घटना नंबर- 2
अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में 8 जुलाई को उषा नगर के कपड़ा व्यापारी लोकेश चोपड़ा के घर पांच अपराधियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था, पांचों आरोपी मास्क पहनकर लूट करने गए थे, जिनमें किसी के भी चेहरे पहचाने नहीं जा सके. इसके लिए पुलिस की टेक्निकल टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कोई भी आरोपी पहचान में नहीं आ सका. इस मामले में पुलिस को सिक्योरिटी गार्ड गोविंद की भूमिका पर संदेह हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने लूट के मास्टरमाइंड पप्पू के अलावा शेष आरोपियों की तस्दीक की थी. इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों को आरोपी बनाया है. जिसमें सभी की गिरफ्तारी बाद में हो पायी.
डकैती की तीन अन्य घटनाएं
17 जून 2019 को बंधन बैंक की विदुर नगर शाखा में 6 लाख की लूट हुई, इसके अलावा 4 जनवरी 2010 को ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में 16 लाख रुपए की लूट हुई. जबकि 12 दिसंबर 2008 को कनाडिया रोड क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा में 58 लाख रुपए की लूट हुई थी. इन तीनों वारदातों में आरोपी चेहरे पर कपड़ा ढंककर और मास्क लगाकर घुसे थे, जिनकी पहचान उजागर नहीं हो पाने के कारण धरपकड़ आज तक नहीं हो पाई.
मास्क हटाकर कैमरे में चेहरा दिखाने के निर्देश लागू
मध्यप्रदेश पुलिस ने लॉकडाउन खुलने के बाद मास्क की आड़ में वित्तीय संस्थानों, सराफा दुकानों व अन्य जगह पर चोरी, लूट, डकैती की वारदातों की आशंका में 10 जून को सभी जिलों के एसपी को दिशा-निर्देश जारी किए थे कि इन संस्थानों में आने वाले लोगों के चेहरे से मास्क निकलवा कर सीसीटीवी में चेहरा रिकॉर्ड कराया जाए. इंदौर जिला प्रशासन ने सभी बैंकों को निर्देशित किया था. उसके बावजूद अधिकांश लोग बैंकों में मास्क लगाकर ही प्रवेश कर रहे हैं, यही स्थिति एटीएम में भी देखी जा रही है.