इंदौर। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और दोनों ही पार्टियों प्रचार-प्रसार करने में जुटी हुई है. वहीं इंदौर पुलिस ने नकली नोट के मामले में एक बड़ा खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में नकली नोट और अन्य सामान भी जप्त किया है. पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. आरोपियों ने इस नकली नोट को एक किराना दुकान पर खपाया था और जब किराना दुकान संचालक ने उस नोट को बारीकी से देखा तो वह नकली लगा. उसके बाद उसने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने नकली नोट के कारोबार को खुलासा किया.
500 रुपए के नकली नोट छाप रहे थे आरोपी: पूरा मामला इंदौर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र का है. अन्नपूर्णा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग 500 रुपए के नकली नोट छापकर उन्हें बाजार में खपा रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने दबिश देते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि छठा आरोपी फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस विभिन्न जगहों पर दबिश दे रही है. पकड़े गए आरोपियों में गणेश, विक्रम, प्रायेस, राजेश और प्रवीण शामिल हैं. आरोपियों के पास से तकरीबन 1,60,000 रुपए के नकली नोट भी बरामद किए गए हैं. सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है.
प्रिंटिंग प्रेस सहित अन्य सामान बरामद: प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को इस बात की जानकारी लगी है कि, आरोपियों द्वारा लाखों रुपए बाजार में खपा दिये गये हैं. आरोपियों के पास से नोट बनाने में उपयोग प्रिंटिंग प्रेस सहित अन्य सामान भी बरामद किया है. आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब और गूगल के माध्यम से नोट बनाने की कला सीखी थी. उसके बाद से ही नोट बनाना शुरू कर दिया था. तकरीबन डेढ़ सालों से वह इस तरह से नकली नोट बनाकर बाजार में खपा रहे थे.
आरोपियों का पाकिस्तानी कनेक्शन: इस पूरे मामले को विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होना है, उसके चलते पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं पकड़े गए आरोपियों के विदेशी लिंक को भी पुलिस खंगालने में जुटी हुई है. पुलिस को अनुमान है कि आरोपी पाकिस्तान सहित अन्य देशों के कुछ लोगों से जुड़े हो सकते हैं और उनके कहने पर ही वह इस तरह से नकली नोटों को छापकर बाजार में खपा रहे थे. आरोपियों की निशानदेही पर कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं.
फर्जी मृत्य प्रमाण पत्र बनाकर उत्तरप्रदेश में लोन करवाया बंद: मामले में जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी लगी कि, एक आरोपी राजेश बरबड़े के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह उत्तरप्रदेश का रहने वाला है और उसने वहां पर अपने आप को मृत घोषित कर नकली डेट सर्टिफिकेट भी बनवा रखा है. यहां पर वह अशोक चौहान के नाम से फर्जी आईडी बनवाकर और अकाउंट खुलवाकर उनमें नकली नोटों के कारोबार से कमाया हुआ रुपयों का लेनदेन करता था. राजेश बरबड़े ही इस गैंग का मुख्य मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
क्या कहना है इनका: एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा का कहना है कि ''सूचना पर दबिश देकर नकली नोट गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नकली नोट, प्रिंटिंग मशीन सहित अन्य सामान भी बरामद किया है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.''