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इंदौर प्लॉट धोखाधड़ी मामला: पुलिस लेगी हाई कोर्ट की शरण - PLOT FRAUD CASE

इंदौर जिले में हुए प्लॉट धोखाधड़ी मामले में बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता पुलिस के पास पहुंच रहे हैं. फिनिक्स इन्फो के मालिकों द्वारा कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई थी.

The complainants handed over the documents to the police.
शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को सौपें दस्तावेज
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Published : Mar 29, 2021, 7:24 PM IST

इंदौर। शहर के बेटमा थाना क्षेत्र स्थित फिनिक्स इन्फो के कर्ताधर्ताओं द्वारा प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. पिछले दिनों इस पूरे मामले में इंदौर हाई कोर्ट में सुनवाई करते हुए पुलिस को यह निर्देश दिए थे कि जेल में बंद आरोपी को जेल के अंदर से बाहर लाकर रजिस्ट्रार ऑफिस में पीड़ितो के प्लाट की रजिस्ट्री करवाई जाए. शुरुआती तौर पर 17 शिकायतकर्ताओं की आरोपी द्वारा रजिस्ट्री करवाई गई. उसके बाद से कई और शिकायतकर्ता पुलिस के पास पहुंचे. अब पुलिस इस पूरे मामले में भी शिकायत कर्ताओं का पक्ष कोर्ट के समक्ष रखेगी.


2016 का है मामला

यह पूरा मामला 2016 का है. मामला फिर से पुलिस के संज्ञान में आने के बाद एसआईटी टीम का गठन किया गया वहीं कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया. पुलिस की जांच पड़ताल में अभी तक 200 से अधिक शिकायतकर्ता फिनिक्स के कर्ताधर्ताओं की शिकायत लेकर पहुंच चुके हैं. पुलिस ने इन सभी कार्यकर्ताओं से कॉलोनियों से संबंधित विभिन्न दस्तावेज मांगे हैं. जिसके बाद पुलिस को कई शिकायतकर्ताओं ने कई तरह के दस्तावेज भी सौपें हैं. फिलहाल अब पुलिस इस पूरे मामले को लेकर इंदौर हाई कोर्ट के समक्ष आने वाले दिनों में जब सुनवाई होगी तो उपस्थित होगी . इन शिकायत कर्ताओं के दस्तावेज भी कोर्ट के समक्ष रखेगी.

इंदौर। शहर के बेटमा थाना क्षेत्र स्थित फिनिक्स इन्फो के कर्ताधर्ताओं द्वारा प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. पिछले दिनों इस पूरे मामले में इंदौर हाई कोर्ट में सुनवाई करते हुए पुलिस को यह निर्देश दिए थे कि जेल में बंद आरोपी को जेल के अंदर से बाहर लाकर रजिस्ट्रार ऑफिस में पीड़ितो के प्लाट की रजिस्ट्री करवाई जाए. शुरुआती तौर पर 17 शिकायतकर्ताओं की आरोपी द्वारा रजिस्ट्री करवाई गई. उसके बाद से कई और शिकायतकर्ता पुलिस के पास पहुंचे. अब पुलिस इस पूरे मामले में भी शिकायत कर्ताओं का पक्ष कोर्ट के समक्ष रखेगी.


2016 का है मामला

यह पूरा मामला 2016 का है. मामला फिर से पुलिस के संज्ञान में आने के बाद एसआईटी टीम का गठन किया गया वहीं कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया. पुलिस की जांच पड़ताल में अभी तक 200 से अधिक शिकायतकर्ता फिनिक्स के कर्ताधर्ताओं की शिकायत लेकर पहुंच चुके हैं. पुलिस ने इन सभी कार्यकर्ताओं से कॉलोनियों से संबंधित विभिन्न दस्तावेज मांगे हैं. जिसके बाद पुलिस को कई शिकायतकर्ताओं ने कई तरह के दस्तावेज भी सौपें हैं. फिलहाल अब पुलिस इस पूरे मामले को लेकर इंदौर हाई कोर्ट के समक्ष आने वाले दिनों में जब सुनवाई होगी तो उपस्थित होगी . इन शिकायत कर्ताओं के दस्तावेज भी कोर्ट के समक्ष रखेगी.

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