इंदौर। बेंगलुरु में आयोजित भारतीय विश्वविद्यालय संघ के राष्ट्रीय युवा उत्सव में इंदौर की वर्षिता बंसीवाल ने शास्त्रीय संगीत में पहली बार मध्यप्रदेश के लिए द्वितीय खिताब हासिल किया है. इस साल देश भर की 480 यूनिवर्सिटी के 4000 से ज्यादा युवाओं ने विभिन्न विद्याओं में हिस्सा लिया था. इनमें से वर्षिता ने शास्त्रीय संगीत में यह खिताब हासिल किया है. अगले चरण में वर्षिता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी.
22 से ज्यादा अलग-अलग विद्याओं में प्रतियोगिताः दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ और बेंगलुरु आदि स्थानों पर राष्ट्रीय युवा उत्सव के तहत 22 से ज्यादा अलग-अलग विद्याओं में देशभर के बच्चों के बीच प्रतियोगिता हुई. जिसमें जिले से राज्य तक की तमाम प्रतिस्पर्धा में अव्वल रहने के बाद वर्षिता को बेंगलुरु में आयोजित शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का अवसर मिला था. इसके बाद बेंगलुरु के जैन विश्वविद्यालय में आयोजित शास्त्रीय संगीत की प्रतिस्पर्धा में वर्षिता ने द्वितीय खिताब हासिल किया है. उन्हें रजत पदक से सम्मानित किया गया. यह पहला मौका है, जब मध्यप्रदेश की कोई छात्रा शास्त्रीय संगीत में भारतीय विश्वविद्यालय संघ की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया हो. लिहाजा वर्षिता की इस उपलब्धि पर उनके परिजन खुश एवं उत्साहित नजर आ रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेगा प्रतिनिधित्व करने का मौकाः वर्षिता का कहना है कि नेशनल लेवल पर शास्त्रीय संगीत की प्रतियोगिता जीतने के बाद अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से प्रतिनिधित्व का मौका मिलेगा. इसके लिए वे अभी से तैयारी कर रही हैं.
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9 वर्ष की उम्र से ही शास्त्रीय गायन सीख रहीं वर्षिताः गौरतलब है कि इंदौर की वर्षिता प्रसिद्ध गायक पंडित भुवनेश कोमकली एवं शुभदा मराठे से शास्त्रीय संगीत में शिक्षा ले रही हैं. वर्षिता 9 वर्ष की उम्र से ही शास्त्रीय गायन सीख रही हैं. वर्षिता छोटी उम्र में ही कई प्रतियोगिता में भाग ले चुकी हैं. वहीं, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में हुए शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता में भी वे कई पुरस्कार व मेडल जीत चुकी हैं.