इंदौर: देश में बुधवार को एक बार फिर घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी होने से आम जनता को महंगाई का झटका लगा है. गैस सिलेंडर की दामों में बढ़ोतरी होने से लोगों में निराशा दिख रही है. साथ में गृहणी और मध्यमवर्ग की गरीब महिलाओं ने इस फैसले को जनता के प्रति मार करार दिया है. गौरतलब है कि बुधवार को केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर के दाम फिर बढ़ा दिए हैं, जिसमें घरेलू गैस सिलेंडर अब 1103 रुपये का हो गया है.
गैस सिलेंडर के दामः मध्यप्रदेश में राज्य का कर जुड़ने के बाद सिलेंडर की दरें करीब 1103 रु 50 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से होंगी. घरेलू गैस सिलेंडर की दरें प्रति सिलेंडर 50 रुपये तक बढ़ी हैं. बता दें कि इससे पहले 6 जुलाई 2022 को गैस के दामों में बढ़ोतरी की गई थी, तब भी कीमतें 50 रुपये ही बड़ी थी. फिलहाल 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर अब 1103 रुपये में मिल सकेगा. यही स्थिति कमर्शियल सिलेंडर की है जो 19 किलो के सिलेंडर पर अब 350.50 रुपये बढ़ जाने के बाद 2119.50 रुपये में उपलब्ध होगा.
गृहणियां बोलीं सरकार का गरीबों को मारने का फैसला: खाने पीने की चीजों से लेकर गैस सिलेंडर और डीजल-पेट्रोल के दामों में लगातार हो रही. मूल्य वृद्धि से जहां हर तबका परेशान है. वहीं गरीब मजदूर वर्ग ने गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाने के फैसले पर नाराजगी जताई है. इसको लेकर इंदौर में रेस्टोरेंट्स चलाने वाली महिला उद्यमी गीता मोरे का कहना है कि सरकार पहले ही लगभग हर चीज के दाम दुगने कर चुकी है. राशन का अनाज भी अब आधे से कम मिल रहा है. वहीं गैस सिलेंडर की सब्सिडी भी नहीं आ रही है. ऐसी स्थिति में सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाना सरकार का गरीबों को मारने जैसा फैसला है. वहीं गृहणी अंजली गुप्ता का कहना है कि मोदी सरकार को गरीब मध्यमवर्ग तबके के बारे में भी सोचना चाहिए जो रोज खाता कमाता है. यदि इतने कम समय में लगातार दाम बढ़ते चले जाएंगे, तो गरीब जरूरतमंद लोगों का जीना दूभर हो जाएगा जाहिर है यह फैसला जन हितेषी नहीं है, जिस पर मोदी सरकार को विचार करना चाहिए.